Apple अब भारत में iPhone बनाने की रफ्तार तेज कर रहा है, खासतौर पर तब जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर (टैरिफ वॉर) और गहराता जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, Apple के लिए iPhone बनाने वाली कंपनियां भारत में दो नई असेंबली यूनिट खोलने की तैयारी में हैं- एक Tata Electronics द्वारा और दूसरी Foxconn द्वारा. ये कदम Apple की उस बड़ी योजना का हिस्सा है जिसके तहत वह चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है और सप्लाई चेन को और मजबूत बनाना चाहता है.
अभी हैं 3 प्लांट
फिलहाल भारत में तीन iPhone असेंबली प्लांट हैं- दो तमिलनाडु में और एक कर्नाटक में. Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, Tata Electronics ने तमिलनाडु के होसूर में अपनी नई फैक्ट्री का काम शुरू कर दिया है. इस फैक्ट्री में फिलहाल एक असेंबली लाइन चालू है, जहां पुराने मॉडल्स के iPhone बनाए जा रहे हैं.
50 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
दूसरी ओर, Apple की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर Foxconn बेंगलुरु (कर्नाटक) में एक और बड़ी फैक्ट्री सेट कर रही है. इस प्लांट की लागत लगभग 2.6 बिलियन डॉलर बताई जा रही है और इसके कुछ ही दिनों में काम शुरू करने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैक्ट्री आने वाले iPhone 16 और iPhone 16e मॉडल्स बनाएगी. जब यह फैक्ट्री पूरी क्षमता पर काम करने लगेगी, तब यहां हर घंटे 300 से 500 iPhones बनाए जा सकेंगे. साथ ही, इस यूनिट में 2027 के अंत तक लगभग 50,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है.
ट्रंप के फैसले बाद हो रहा बदलाव
यह बदलाव तब हो रहा है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर भारी टैरिफ लगा दिए थे, जिसके चलते Apple और अन्य टेक कंपनियों को अपनी सप्लाई चेन फिर से प्लान करनी पड़ी. उस वक्त Apple ने भारत से अमेरिका तक एयरलिफ्ट के ज़रिए बड़ी संख्या में iPhone भेजे थे ताकि टैक्स और ड्यूटी से बचा जा सके.
'सभी आईफोन बनेंगे इंडिया में'
Apple से जुड़े विश्लेषक Mark Gurman का कहना है कि कंपनी की योजना है कि भविष्य में अमेरिका में बिकने वाले सभी iPhone भारत में ही असेंबल किए जाएं ताकि टैरिफ कम लगे. हालांकि, Gurman का यह भी कहना है कि 2026 में Apple को iPhone 18 और संभावित फोल्डेबल iPhone जैसे नए और जटिल डिजाइन वाले प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग में दिक्कतें आ सकती हैं, क्योंकि कंपनी ने अब तक पूरी तरह नए डिज़ाइन वाला iPhone चीन के बाहर कभी पहली बार में नहीं बनाया है. इसका मतलब साफ है- Apple भारत में अपने प्रोडक्शन को विस्तार देने के मिशन पर है, लेकिन भविष्य के लिए उसे कुछ तकनीकी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ेगा.