सोशल मीडिया का क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. कई लोग रील्स बनाकर तो कई लोग फोटो डालकर उनकी पर्सनल लाइफ को शेयर करते हैं. कुछ लोग रिल्स में बच्चों की फोटो भी डालते हैं. तो कुछ लोग बच्चों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड कर देते हैं.
अगर आप अपने बच्चे के साथ सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करते हैं तो खबर आपके काम की है. इसके कई नुकसान आपको हो सकते हैं. अगर बच्चों की फोटो सोशल मीडिया पर आप अपलोड करते हैं तो उनकी प्राइवेसी से लेकर उनके बिहेवियर तक पर इसका असर पड़ने की संभावना बनी रहती है.
प्राइवेसी खतरे में पड़ती है
एक बार फोटो इंटरनेट पर आ गई तो उसे पूरी तरह हटाना मुश्किल होता है. ऐसे में बच्चे की पहचान, स्कूल, लोकेशन जैसी जानकारी गलत हाथों में जा सकती है.
साइबर क्राइम का खतरा
साइबर क्रिमिनल्स बच्चों की फोटोज को फेक प्रोफाइल, डीपफेक या अनैतिक कंटेंट के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
लोकेशन ट्रैकिंग और सुरक्षा में खतरा
फोटो में टैग की गई लोकेशन से पता चल सकता है कि बच्चा कहां रहता है, उसकास्कूल कौन सा है, और बच्चा रूटीन में क्या-क्या चीजें करना पसंद करता है.
किन बातों का रखें ध्यान
बच्चों की फोटो पब्लिक में शेयर ना करें, प्राइवेट ग्रुप तक सीमित रखें. जिससे की बच्चे की पहचान पब्लिक में उजागर नहीं हो सके.
लोकेशन टैगिंग बंद रखें
अगर बच्चों को फोटो शेयर कर रहे हैं तो फोटोज शेयर करते समय चेहरे को ब्लर करें. साथ ही लोकेश टैगिंग का ऑप्शन भी बंद रखें.
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