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जिस चीनी AI ने अमेरिका की नाक में दम किया, अब उसने काटा बड़ा बवाल; Google को देगा टक्कर

DeepSeek ने AI प्लेटफॉर्म Hugging Face पर शेयर की है. कंपनी का दावा है कि उनका यह नया मॉडल अब OpenAI के o3 और Google के Gemini 2.5 Pro जैसे दिग्गज मॉडलों को टक्कर दे सकता है.

 
जिस चीनी AI ने अमेरिका की नाक में दम किया, अब उसने काटा बड़ा बवाल; Google को देगा टक्कर
Mohit Chaturvedi|Updated: May 30, 2025, 11:16 AM IST
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चीन की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप DeepSeek ने अपने नए मॉडल DeepSeek-R1-0528 को लॉन्च किया है. यह मॉडल अब पहले से ज्यादा बेहतर मैथ्स, प्रोग्रामिंग और लॉजिक जैसी क्षमताओं से लैस है. इसके साथ ही यह मॉडल AI की सबसे बड़ी समस्या “हैलुसिनेशन” यानी गलत जानकारी देने की संभावना को भी कम करता है. यह जानकारी DeepSeek ने AI प्लेटफॉर्म Hugging Face पर शेयर की है. कंपनी का दावा है कि उनका यह नया मॉडल अब OpenAI के o3 और Google के Gemini 2.5 Pro जैसे दिग्गज मॉडलों को टक्कर दे सकता है.

DeepSeek ने कैसे हिला दी थी अमेरिका की टेक इंडस्ट्री?
जनवरी 2025 में DeepSeek ने जब अपना पहला मॉडल R1 लॉन्च किया था, तो उसने अमेरिका की टेक इंडस्ट्री को चौंका दिया था. यह मॉडल ना सिर्फ बेहतरीन प्रदर्शन करता था, बल्कि इसकी लागत भी बेहद कम थी. सिर्फ 6 मिलियन डॉलर (लगभग 50 करोड़ रुपये) में तैयार इस मॉडल ने यह साबित कर दिया कि AI में बड़ी सफलता पाने के लिए जरूरी नहीं कि भारी भरकम खर्च किया जाए. DeepSeek का यह कदम इतना असरदार था कि Nvidia जैसी कंपनी को भी करीब 589 बिलियन डॉलर की मार्केट वैल्यू खोनी पड़ी और ग्लोबल टेक मार्केट में कुल 1 ट्रिलियन डॉलर की गिरावट आई.

अमेरिका की कड़ी प्रतिक्रिया
DeepSeek के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अमेरिकी सरकार ने भी सख्त रुख अपनाया. NASA, अमेरिकी नौसेना और कांग्रेस ने DeepSeek के सॉफ़्टवेयर को अपने सभी सरकारी डिवाइसों से बैन कर दिया. अमेरिकी सांसदों ने “No DeepSeek on Government Devices Act” नाम का बिल भी पेश किया, जिसमें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा डेटा चोरी का खतरा जताया गया. कुछ निजी कंपनियों, जैसे Oracle, ने भी अपने कर्मचारियों को DeepSeek का इस्तेमाल करने से मना कर दिया.

नया मॉडल और इसकी अहमियत
DeepSeek का नया मॉडल DeepSeek-R1-0528 पुराने R1 मॉडल की तकनीक पर ही आधारित है लेकिन इसमें अब बेहतर लॉजिक, डीप रीजनिंग और टॉप लेवल परफॉर्मेंस दी गई है. DeepSeek का कहना है कि अब उनका मॉडल दुनिया के सबसे बेहतरीन AI मॉडलों की टक्कर में आ गया है. इस सफलता के साथ ही DeepSeek के फाउंडर लियांग वेनफेंग अब चीन की टेक इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम बन चुके हैं. उन्हें राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने Alibaba और Tencent के प्रमुखों के साथ हाई-प्रोफाइल मीटिंग में आमंत्रित किया था.

Nvidia और AI बाज़ार पर असर
DeepSeek का यह ऐलान Nvidia के नए फाइनेंशियल रिजल्ट्स आने से कुछ घंटे पहले ही हुआ, जिससे यह और भी खास बन जाता है. पहले DeepSeek के मॉडल से Nvidia को नुकसान हुआ था, लेकिन अब Nvidia की डिमांड फिर से बढ़ रही है. इससे पता चलता है कि DeepSeek का कम लागत वाला मॉडल जहां AI की दुनिया में एक नई दिशा दिखा रहा है, वहीं Nvidia जैसी कंपनियों की अहमियत अभी भी बनी हुई है.

DeepSeek की तेजी से हो रही प्रगति यह दिखाती है कि चीन अब ग्लोबल AI रेस में एक बड़ा खिलाड़ी बन चुका है. इसके सस्ते और प्रभावी मॉडल भविष्य में AI की पूरी अर्थव्यवस्था को बदल सकते हैं.

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