AI के इस दौर में Elon Musk की AI कंपनी xAI ने अपने Grok AI चैटबॉट को लेकर भी लोगों के बीच काफी लोकप्रियता बढ़ गई है. इस एक फीचर पर लोग काफी निर्भर होने लगे हैं. ऐसे में लगातार इसका इस्तेमाल भी बढ़ता जा रहा है. हालांकि, पिछले ही दिनों Grok AI चैटबॉट ने कई लोगों के साथ इतना बुरा बर्ताव किया कि हर कोई यह देख हैरान था. ऐसे में अब Grok AI चैटबॉट को अपने गलत बर्ताव के लिए लोगों से माफी मांगनी पड़ी है.
xAI ने स्वीकार की गड़बड़ी
Elon Musk की AI कंपनी xAI ने स्वीकार कर लिया है कि Grok AI चैटबॉट ने कई यूजर्स के साथ बुरा बर्ताव करते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. इतना ही नहीं, Anti-Semitic टिप्पणियां की गई और तानाशाह एडोल्फ हिटलर की तारीफ भी की है. Grok AI की इस भाषा ने दुनियाभर के लोगों को हैरान किया है, वहीं, इस हरकत पर लोग काफी नाराज भी हैं.
जानें पूरा मामला
दरअसल, हाल ही में कई यूजर्स ने शिकायत की थी उन्होंने Grok AI से कुछ सवाल किए थे, लेकिन इनका जवाब देने की बजाय उसने उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया. Anti-Semitic बातों का सपोर्ट किया गया. इसके अलावा Grok AI ने इतिहास के तानाशाह एडोल्फ हिटलर की तारीफें भी की. इस वजह से सोशल मीडिया पर मस्क की कंपनी की काफी आलोचनाएं की गईं.
तुरंत लिया गया एक्शन
Update on where has @grok been & what happened on July 8th.
First off, we deeply apologize for the horrific behavior that many experienced.
Our intent for @grok is to provide helpful and truthful responses to users. After careful investigation, we discovered the root cause…
— Grok (@grok) July 12, 2025
इस ट्रोलिंग के बाद xAI ने तुरंत एक्शन लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी, जिसका नतीजा यह निकला कि यह सब एक पुरानी और गलत कोडिंग के अपडेट होने के कारण हुआ, जिसका नाम Deprecated Code है. xAI ने इस गड़बड़ी की जानकारी X पर एक पोस्ट के जरिए दी है. इसमें उन्होंने बताया कि चेकिंग के दौरान उन्हें पता चला है कि यग गड़बड़ी grok बॉट के अपस्ट्रीम कोड में एक पुराने अपडेट के वजह से हुई थी.
16 घंटे एक्टिव रहा पुराना कोड
इसी X पोस्ट में यह भी बताया गया कि समस्या चैटबॉट के लैंग्वेज मॉडल में नहीं, बल्कि उस सिस्टम में थी जो X यूजर्स की पोस्ट को प्रोसेस कर रहा होता है. आगे बताया गया कि पुराना कोड 16 घंटों तक एक्टिव रहा, जिसके कारण Grok AI कुछ Anti-Semitic पोस्ट्स से प्रेरित हो गया और बाद में उसने उसी को दोहराना शुरू कर दिया.
उठाए ये कदम
xAI ने इस गड़बड़ी के सामने आने के बाद तुरंत ही Deprecated कोड को हटा दिया. इसके बाद सिस्टम को रिफैक्टर किया गया, यानी उसे फिर नए सिरे से तैयार किया. इसके अलावा भविष्य में इस तरह की किसी गड़बड़ी का फिर से सामना न करना पड़ जाए, इसके लिए कई नए सिक्योरिटी उपाया भी शुरू कुए हैं.