भारत में जितनी भी गोल्ड की ज्वेलरी बेची जाती है उन पर 6 डिजिट का एक HUID (हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन) होना जरूरी होता है. क्योंकि इसी के आधार पर पता चलता है कि आपकी गोल्ड कितना शुद्ध है. ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) की मदद से अपने गोल्ड की शुद्धता के बारे में पता किया जा सकता है. बता दें कि BIS गोल्ड ज्वेलरी को हॉलमार्क और सर्टिफाई करने वाली सरकारी एजेंसी है.
BIS Care ऐप से कर सकते हैं जांच
अगर ग्राहक अपने सोने के सामान की पहचान करना चाहते हैं वह ज्वेलरी पर दिए गए हॉलमार्क को BIS Care ऐप में डालकर पता लगा सकता है. इस ऐप को Apple App Store और Google Play Store दोनों ही जगह से डाउनलोड किया जा सकता है. इसके लिए आपको सिर्फ अपनी गोल्ड की ज्वेलरी पर HUID नंबर की जरूरत होगी.
सरकार ने अनिवार्य किया HUID नंबर
दरअसल, सोना खरीद पाना एक बेहद ही मुश्किल और महंगा निवेश माना जाता है. ऐसे में लोग कोशिश करते हैं कि उन्हें शुद्ध सोना ही मिले. हालांकि, कई बार लोग धोखाधड़ी के भी शिकार हो जाते हैं. ऐसे में किसी भी फ्रॉड से बचने के लिए सरकार ने पिछले दो सालों में HUID नंबर अनिवार्य कर दिया है कि हर गोल्ड ज्वेलरी पर हॉलमार्किंग होनी ही चाहिए. हॉलमार्क करने का उद्देश्य है कि निर्माताओं को कानूनी शुद्धता मानकों को फॉलो करने के लिए मजबूर करना और ग्राहकों को किसी भी तरह की मिलावट से बचाना.
ऐसे करें BIS CARE ऐप का इस्तेमाल
1. BIS CARE ऐप का इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहसे इसे डाउनलोड कीजिए. अब इसमें अपना नाम, फोन नंबर और ईमेल एड्रेस डालकर लॉन-इन कर लीजिए.
2. अब इस ऐप में Verify HUID के ऑप्शन पर क्लिक करें.
3. इसके बाद आपकी गोल्ड ज्वेलरी पर छपा 6 डिजिट का HUID नंबर डालें.
4. अब आपके सामने ज्वेलरी का रजिस्ट्रेसन नंबर, हॉलमार्किंग सेंटर, आर्टिकल टाइप, AHC रजिस्ट्रेशन नंबर, हॉलमार्किंग की तारीख और शुद्धता जैसी सभी डिटेल्स खुलकर आ जाएंगी.
किसी भी प्रोडक्ट कर सकते हैं जांच
अगर आपको अपने प्रोडक्ट या BIS Care से जुड़ी कोई भी शिकायत दर्ज करानी है तो उसमें भी यह ऐप आपकी मदद करती है. BIS Care ऐप के जरिए आप किसी भी प्रोडक्ट पर दिख रहे ISI, हॉलमार्क, और CRS रजिस्ट्रेशन की ऑथेंटिसिटी की भी चांज कर सकते हैं.