AI के इस दौर ने हैकर्स को और ताकतवर बना दिया है. एक्सपर्ट्स ने कहा है कि उन्होंने एक नए Gmail स्कैम के बारे में पता किया है, जिसे Gemini का इस्तेमाल कर यूजर्स का डाटा चुराया जा रहा है. सिक्योरिटी रिसर्चर ने हाल ही में खुलासा किया है कि यह AI टूल Gmail में साइडबार के जरिए इंटीग्रेट रहता है. नई रिसर्च में पता चला है कि साइबर क्रिमिनल्स प्रॉम्प्ट इंजेक्शन टेक्नोलॉजी से इसमें छेड़छाड़ कर रहे हैं और इसे नकली फिशिंग अलर्ट तैयार करने के लिए गुमराह कर सकते हैं. सिक्योरिटी एक्सपर्ट मार्को फिगुएरोआ का कहना है कि हमलावर छुपे हुए इंस्ट्रक्शन्स के जरिए यूजर का डाटा चुराने में सफल हो रहे हैं.
1.8 अरब यूजर्स बचाए गए
लगभग 1.8 अरब यूजर्स को इस नए Gemini स्कैम से बचाया जा चुका है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह स्कैम काम कैसे करता है और इससे खुद को सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए. चलिए जानते हैं कि हैकर्स Gemini जैसे AI टूल का कैसे गलत इस्तेमाल कर रहे हैं और आप इन खतरों से कैसे बच सकते हैं.
ज्यादा खतरनाक है नया स्कैम
Gemini से जुड़ा नया स्कैम और भी खतरनाक साबित हो रहा है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि साइबर अपराधी ऐसे मेल तैयार कर रहे हैं जिनमें HTML और CSS के जरिए खास तरह के छुपे हुए मैसेज डाले जाते हैं. इन मैसेजेज को बेहद चालाकी से डिजाइन किया जाता है- जैसे सफेद रंग में जीरो फॉन्ट साइज के साथ, ताकि वो यूजर को दिखाई ही न दें. जब कोई यूजर उस मेल को पढ़ने के लिए Gemini की मदद लेता है, तो AI टूल इन छिपे संकेतों को असली कंटेंट समझकर एक्टिवेट कर देता है और यही गलती खतरनाक साबित होती है.
इस तरह हो रहे लोग शिकार
सिक्योरिटी रिसर्चर मार्को फिगुएरोआ के मुताबिक, साइबर अपराधी ईमेल के अंदर ऐसे छिपे हुए निर्देश डाल रहे हैं जो Gemini को गलत जानकारी दिखाने के लिए मजबूर कर देते हैं. जैसे ही यूजर AI टूल से मदद लेता है, Gemini एक नकली अलर्ट दिखाता है जिसमें लिखा होता है कि Gmail अकाउंट हैक हो चुका है. इसके बाद यूजर को एक फर्जी कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करने के लिए उकसाया जाता है और यहीं से स्कैमर्स को आपके अकाउंट की डिटेल्स सीधे मिल जाती हैं.