आज के समय में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. यह न सिर्फ हमें कॉलिंग और मैसेजिंग के जरिए दुनिया से जोड़ता है, बल्कि ऑनलाइन बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट और सोशल मीडिया जैसी कई जरूरी चीजों के लिए भी इस्तेमाल होता है. लेकिन स्मार्टफोन में कई तरह के ऐप्स डाउनलोड करने से उसमें मैलवेयर (वायरस) या खतरनाक सॉफ्टवेयर आ सकते हैं, जो आपके फोन को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आपका निजी डेटा चोरी कर सकते हैं.
स्मार्टफोन पर साइबर अटैक का खतरा
आजकल कई हैकर्स गलत ऐप्स के जरिए लोगों का निजी डेटा चुरा लेते हैं और फिर उसका गलत इस्तेमाल करके फाइनेंशियल फ्रॉड कर सकते हैं. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि हम सिर्फ सुरक्षित और भरोसेमंद ऐप्स ही डाउनलोड करें.
कैसे रह सकते हैं सुरक्षित?
Google ने Android यूजर्स के लिए Play Protect फीचर लॉन्च किया है, जो आपके फोन को वायरस और मैलवेयर से बचाने में मदद करता है. यह फीचर Google Play Store से डाउनलोड किए गए सभी ऐप्स को स्कैन करता है और किसी भी तरह की गड़बड़ी मिलने पर आपको तुरंत अलर्ट भेजता है.
Google Play Protect का उपयोग कैसे करें?
1. अपने स्मार्टफोन में Google Play Store ऐप खोलें.
2. ऊपर दाईं ओर प्रोफाइल आइकन पर टैप करें.
3. “Play Protect” ऑप्शन सेलेक्ट करें.
4. “Scan” बटन पर क्लिक करें, जिससे आपके फोन में मौजूद सभी ऐप्स की सुरक्षा जांच हो सके.
5. अगर कोई हानिकारक ऐप मिलता है, तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल कर दें.
Google Play Protect के अलावा, कुछ और ज़रूरी सावधानियां अपनाकर आप अपने फोन को सुरक्षा खतरों और साइबर धोखाधड़ी से बचा सकते हैं:
1. ऐप डाउनलोड करने से पहले डेटा प्राइवेसी की जांच करें: किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसका विवरण (description) और स्क्रीनशॉट ध्यान से पढ़ें. अगर कोई ऐप बहुत ज्यादा पॉप-अप एड्स दिखा रहा है या संदेहजनक परमिशन मांग रहा है, तो उसे डाउनलोड करने से बचें.
2. Play Protect Verification Badge देखें: Google सिर्फ सुरक्षित ऐप्स को “Play Protect Verified” बैज देता है. हमेशा वही ऐप्स डाउनलोड करें, जिनके पास यह सत्यापन (verification) बैज हो, ताकि आपका फोन सुरक्षित रहे.
3. थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर्स से बचें: कभी भी अनजान वेबसाइटों या थर्ड-पार्टी स्टोर्स से ऐप्स डाउनलोड न करें. ये ऐप्स वायरस या मैलवेयर से भरे हो सकते हैं, जो आपके फोन और निजी डेटा को खतरे में डाल सकते हैं.