Sparkkitty Virus: एक नया मैलवेयर स्मार्टफोन यूजर्स को टारगेट कर के उनके डिवाइस में मौजूद स्क्रीनशॉट को चुरा रहा है. इस वायरस का नाम SparkKitty है. आपको बताते हैं कि इस वायरस से कैसे आप अपने स्क्रीनशॉट्स को सुरक्षित रख सकते हैं.
क्या है SparkKitty वायरस
SparkKitty वायरस एक नया और खतरनाक मोबाइल मैलवेयर (malware) है, जिसे खास तौर पर क्रिप्टो वॉलेट यूजर्स को निशाना बनाने के लिए बनाया गया है. यह वायरस Android और iOS दोनों डिवाइस में एक्टिव हो सकता है. SparkKitty यूजर्स की सभी तस्वीरों तक पहुंचता है. इसके बाद AI आधारित OCR (Optical Character Recognition) से तस्वीरों में मौजूद टेक्स्ट को पहचानता है. अगर किसी फोटो में क्रिप्टो वॉलेट का सीड फ्रेज (seed phrase) या निजी डेटा होता है, तो उसे हैकर के सर्वर पर भेज देता है. इसके बाद हैकर्स seed phrase से यूजर्स का वॉलेट एक्सेस कर पैसे चुरा सकते हैं.
कैसे काम करता है SparkKitty
क्रिप्टो कनवर्टर, चैटिंग ऐप या फिर TikTok के अनऑफिशियल वर्जन के तौर पर यह वायरस सामने आ सकता है. यूजर्स को लगता है कि वह नया App अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल कर रहे हैं. अगर यूजर्स इस App को इंस्टॉल करने के बाद गैलरी एक्सेस करने की परमिशन देते हैं तो ये वायरस एक्टिव हो जाता है. इस मैलवेयर को सबसे पहले Kaspersky की रिसर्च टीम ने पकड़ा है.
SparkKitty वायरस से कैसे बचें?
गैलरी परमिशन सीमित रखें यानी किसी भी App को बिना जरूरत फोटो एक्सेस न करने दें.
अनजान ऐप्स इंस्टॉल करने से बचें.
सिक्योरिटी Apps या अपने स्मार्टफोन में एंटीवायरस का इस्तेमाल करें.
अपने डिवाइस को समय-समय पर अपडेट करना नहीं भूलें.
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