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क्या आप ChatGPT पर कुछ ज्यादा ही निर्भर हो गए हैं? जानिए 5 साफ संकेत

अब यह AI टूल आपके हर काम में मदद करने वाला एक परमानेंट असिस्टेंट बन गया है- चाहे वो रिसर्च हो, लेखन, या जिंदगी से जुड़े फैसले. अगर ये 5 बातें आप पर भी लागू होती हैं, तो हो सकता है कि आपने ChatGPT पर थोड़ी ज्यादा निर्भरता बना ली है.

क्या आप ChatGPT पर कुछ ज्यादा ही निर्भर हो गए हैं? जानिए 5 साफ संकेत
Mohit Chaturvedi|Updated: Jun 24, 2025, 09:50 AM IST
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शुरुआत शायद कुछ छोटी चीजों से हुई होगी- आपने एक ईमेल का वाक्य सही करने के लिए ChatGPT की मदद ली होगी. फिर कैप्शन लिखवाना, डिनर का प्लान बनवाना, या किसी पार्टी से बचने के बहाने ढूंढने जैसी चीजें जुड़ती चली गईं. अब यह AI टूल आपके हर काम में मदद करने वाला एक परमानेंट असिस्टेंट बन गया है- चाहे वो रिसर्च हो, लेखन, या जिंदगी से जुड़े फैसले.

अगर ये सब कुछ आपको जाना-पहचाना लग रहा है, तो परेशान मत होइए. आप अकेले नहीं हैं. लेकिन अगर ये 5 बातें आप पर भी लागू होती हैं, तो हो सकता है कि आपने ChatGPT पर थोड़ी ज्यादा निर्भरता बना ली है.

1. आप ChatGPT से पहले किसी और से सलाह नहीं लेते
पहले जब किसी चीज का जवाब चाहिए होता था, तो Google या दोस्तों से पूछते थे. अब चाहे वो कोई रेसिपी हो, कोई कहावत का मतलब, या टेक्स्ट लिखने में मदद—सीधा ChatGPT को मैसेज करते हैं. अगर आपने आस-पास के लोगों से सवाल पूछना या खुद से रिसर्च करना बंद कर दिया है, तो ये एक संकेत है कि आपने अपनी स्वाभाविक जिज्ञासा खोनी शुरू कर दी है.

2. आप खुद से लिखना भूल चुके हैं
अब जब भी कुछ लिखना हो—चाहे वो व्हाट्सएप मैसेज हो, इंस्टाग्राम कैप्शन, या टू-डू लिस्ट—सबसे पहले ख्याल आता है, “चलो ChatGPT से पूछ लेते हैं.” अगर आपको याद नहीं कि आपने आखिरी बार कुछ बिना पूछे कब लिखा था, तो ये आपकी रचनात्मकता पर निर्भरता का बड़ा संकेत हो सकता है.

3. आप निजी फैसलों के लिए भी AI से पूछते हैं
AI आपके जज्बात नहीं समझ सकता. वो आपका अतीत नहीं जानता. फिर भी हम पूछ लेते हैं, “क्या मुझे नौकरी छोड़ देनी चाहिए?” या “क्या ये दोस्ती बचानी चाहिए?” ChatGPT से सुझाव लेना ठीक है, लेकिन कुछ फैसले दिल और दिमाग से लेने होते हैं, न कि एक एल्गोरिदम से.

4. जब ChatGPT काम न करे तो आप घबरा जाते हैं
अगर कभी नेटवर्क या सर्वर डाउन हो और ChatGPT न खुले, और आपको लगे कि अब आप आगे सोच ही नहीं पा रहे—तो समझिए कि समय है अपनी सोचने की क्षमता को फिर से मजबूत करने का.

5. आप बातचीत में बार-बार ChatGPT को कोट करते हैं
अगर आप बार-बार कहने लगे हैं “ChatGPT ने बताया…” तो थोड़ा रुकिए. याद रखिए, यह एक टूल है, आपका लाइफ कोच नहीं. आपकी खुद की सोच भी उतनी ही कीमती है.

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