Who is Prafulla Dhariwal: OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कंपनी के लेटेस्ट फ्लैगशिप AI मॉडल, GPT-4o के सफल लॉन्च के लिए भारत के प्रफुल्ल धारीवाल को श्रेय दिया है. ऑल्टमैन ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर घोषणा की कि चैटजीपीटी 4o धारीवाल के बिना संभव नहीं होता. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि सैम ऑल्टमैन ने जिनकी तारीफ की आखिर वो प्रफुल्ल धारीवाल हैं कौन? क्या आप उनके बारे में जानते हैं. आइए आपको प्रफुल्ल धारीवाल के बारे में बताते हैं.
कहां के रहने वाले हैं Prafulla Dhariwal
प्रफुल्ल धारीवाल पुणे के रहने वाले हैं. धारीवाल को लंबे समय से उनकी एकैडमकि और साइंटिफिक उपलब्धियों के लिए पहचाना जाता है. उन्होंने साल 2009 में भारत सरकार से नेशनल टैलेंट सर्च स्कॉलरशिप जीती. उसी साल उन्होंने चीन में आयोजित इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमी ओलंपियाड में गोल्ड मेडल जीता. 2012 में इंटरनेशनल फिजिक्स ओलंपियाड और 2013 में इंटरनेशनल मैथमैटिक्स ओलंपियाड दोनों में गोल्ड मेडल भी जीता.
धारिवाल का पढ़ाई में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन रहा है. 12वीं कक्षा की परीक्षा में उन्होंने फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमैटिक्स (PCM) विषयों में मिलकर 300 में से शानदार 295 अंक प्राप्त किए. इतना ही नहीं, उन्होंने एंट्रेंस परीक्षाओं में भी कमाल किया. महाराष्ट्र टेक्निकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (MT-CET) में उनके 190 अंक आए और जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE-Mains) में तो उन्होंने 360 में से 330 अंक हासिल करके सबको चौंका दिया.
सरकार ने किया सम्मानित
उनकी शानदार पढ़ाई को सम्मान देते हुए महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल (MSBSHSE) द्वारा धारिवाल को साल 2013 में वार्षिक आबासाहेब नारायण स्मारक पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
OpenAI की यात्रा
धारीवाल ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से कंप्यूटर साइंस (मैथमैटिक्स) में स्नातक की डिग्री हासिल की. उनकी OpenAI की यात्रा मई 2016 में एक रीसर्च इंटर्न के रूप में शुरू हुई. धारीवाल के बड़े कामों में GPT-3, टेक्स्ट-टू-इमेज प्लेटफॉर्म DALL-E 2, इनोवेटिव म्यूजिक जनरेटर जूकबॉक्स और रिवर्सिबल जनरेटिव मॉडल ग्लो शामिल हैं.