YouTube Policy: यूट्यूब एक वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है, जिसका इस्तेमाल दुनिया भर में करोड़ों लोग करते हैं. इसका इस्तेमाल दुनियाभर में लोग ऑनलाइन कंटेंट देखने के लिए करते हैं. YouTube भारत में ऐसे वीडियो पर कार्रवाई करेगा जिनके टाइटल और थंबनेल भ्रामक होते हैं और दर्शकों को वीडियो में दिखाई देने वाले कंटेंट से अलग जानकारी देते हैं. कंपनी ऐसे वीडियो को "एग्रेगियस क्लिकबेट" कहती है. यूट्यूब ऐसे वीडियोज के खिलाफ सख्त नियम लागू करना शुरू कर रहा है. आइए आपको इनके बारे में विस्तार से बताते हैं.
किस पर होगी कार्रवाई - मुख्य रूप से ब्रेकिंग न्यूज और करेंट इवेंट्स वाले वीडियो पर कार्रवाई होगी, जो मिस्लीडिंग टाइटल्स का इस्तेमाल करते हैं. ये वीडियोज गलत टाइटल का इस्तेमाल करके लोगों को वीडियो पर क्लिक करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं लेकिन, वीडियो में अलग जानकारी होती है.
यह भी पढ़ें - UIDAI ने बढ़ाई आधार कार्ड अपडेट कराने की आखिरी तारीख, इस डेट से पहले करा लें ये काम
कैसे होगी कार्रवाई - शुरुआत में YouTube नियमों का पालन न करने वाले वीडियो को हटा देगा, लेकिन चैनल पर कोई स्ट्राइक नहीं लगाएगा. इससे क्रिएटर्स को नए दिशानिर्देशों के मुताबिक कंटेंट बनाने का समय मिलेगा.
YouTube ने क्यों उठाया ये कदम - यूट्यूब का कहना है कि भ्रामक टाइटल और थंबनेल दर्शकों को धोखा देते हैं और उन्हें निराश करते हैं, खासकर जब वे महत्वपूर्ण या रियल टाइम जानकारी खोजने के लिए यूट्यूब का इस्तेमाल करते हैं.
यह भी पढ़ें - गीजर चलाने के लिए बाद भी कम आएगा बिजली बिल, पैसा बचाने के लिए अपनाएं ये तरीका
किन वीडियोज पर होगा एक्शन - उदाहरण के लिए ऐसे वीडियो जिनके टाइटल में बड़े राजनीतिक घटनाक्रमों का दावा किया जाता है, लेकिन वीडियो में उनकी चर्चा नहीं होती है.
कैसे लगाएगा पता - YouTube ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह न्यूज और करेंट इवेंट्स को कैसे कैटेगराइज करेगा. साथ ही यूट्यूब ने यह भी नहीं बताया है कि वह मिस्लीड करने वाले वीडियो थंबनेल, टाइटल का पता कैसे लगाएगा.