श्रीनगर (कश्मीर) में स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 26 मार्च से पर्यटकों के लिए फिर से खुलने को तैयार है. जबरवान पहाड़ियों के नीचे और प्रसिद्ध डल लेक के पास स्थित यह खूबसूरत गार्डन अपनी रंग-बिरंगी ट्यूलिप्स के साथ इस बार भी लाखों पर्यटकों को अट्रैक्ट करने के लिए तैयार है. इस साल गार्डन में 74 प्रकार की ट्यूलिप्स और 1.7 मिलियन फूल होंगे, जो यहां आने वाले पर्यटकों के लिए एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करेंगे.
फ्लोरिकल्चर विभाग ने पिछले छह महीने से लगातार काम किया है, ताकि गार्डन अपने चरम पर खिला हुआ हो जब यह खुलने वाला हो. ट्यूलिप्स के अलावा, गार्डन में अन्य वसंत ऋतु के फूल जैसे डैफोडिल्स, हायसिंथ्स, मुस्कारीस और साइकलैमन्स भी देखने को मिलेंगे. पिछले साल के रिकॉर्ड के अनुसार, गार्डन ने लगभग 4.65 लाख पर्यटकों को अट्रैक्ट किया था और इस साल भी इसे इससे ज्यादा पर्यटकों की उम्मीद है.
गार्डन में किए कई बदलाव
गार्डन में इस बार कुछ और बदलाव किए गए हैं, जिनमें ट्यूलिप की किस्मों की संख्या 73 से बढ़ाकर 74 की गई है और ग्रीन पैच को भी बढ़ाया गया है ताकि गार्डन का दृश्य और भी आकर्षक हो सके. 2008 में स्थापित इस गार्डन को कश्मीर घाटी में वसंत के दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था और तब से यह लगातार फेमस होता जा रहा है.
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में मिली जगह
एशिया के इस सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को पिछले साल (2024) में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) में भी जगह मिली है. इस साल के ट्यूलिप स्प्रिंग फेस्टिवल के दौरान, फ्लोरिकल्चर विभाग पर्यटकों को कश्मीर की रिच बागवानी धरोहर से भी अवगत कराएगा. यदि आप भी इस अद्भुत दृश्य का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो श्रीनगर के इस गार्डन तक पहुंचने के लिए आपको हवाई यात्रा का ऑप्शन मिलेगा. श्रीनगर में प्रमुख हवाई अड्डे और सड़क मार्ग से अच्छी कनेक्टिविटी है. गार्डन तक पहुंचने के लिए श्रीनगर के शहर से टैक्सी या ऑटो रिक्शा भी उपलब्ध हैं.