फ्लाइट में पहुंचते ही लोग सीधा अपनी सीट पकड़ने लगते हैं और इसमें आने वाला लगभग हर यात्री ऐसा ही करता है. लेकिन अगर आपने कभी गौर किया हो तो पाएंगे कि कुछ फ्लाइट्स में 13 रो होती ही नहीं है. सीट सीधा 12 से 14 रो पर चली जाती है. ऐसे में आपने ये भी सुना होगा कि कई घरों को बनाते वक्त या फिर कई होटल्स में भी 13 नंबर का कमरा होता ही नहीं है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इसके पीछे का कारण क्या है.
क्यों नहीं होती है 13 नंबर की Row?
1911 में एक अमेरिकी जर्नल में इसका जिक्र आया था कि 13 नंबर का डर काफी पुराना है क्योंकि कई लोगों का ऐसा मानना है कि 13 नंबर अशुभ होता है. 13 नंबर के इस डर को Triskaidekaphobia कहा जाता है. वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो इसे यूरोपीय नॉर्स माइथोलॉजी से जोड़ते हुए यह देखते हैं साथ ही एक बड़ा कारण यह भी है कि 12 नंबर को पूरी तरीके कंप्लीट माना जाता है. यही कारण हो कि बहुत सी एयरलाइंस row 13 को छोड़ देती हैं ताकि 13 नंबर के फसे इस अंधविश्वास में पैसेंजर को कोई मानसिक परेशानी ना हो.
रो 17 भी है अंधविश्वास
13 ही नहीं बल्कि 17 नंबर को भी कई बाहर के देशों जैसे इटली और ब्राजील में अशुभ माना जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि रोमन में 17 को XVII लिखा जाता है और इसे जब आप इसे री अरेंज करते हैं तो ये VIXI बन जाता है और इसका लैटिन मतलब यह होता है कि “मैं अब जी चुका हूं” यही कारण है कि आपको इंटरनेशनल फ्लाइट्स में 13 और रो 17 ना होती हों
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.