कश्मीर को "दुनिया का स्वर्ग" कहा जाता है. यहां के हर दृश्य को निहारने के लिए हर रोज काफी तादाद में टूरिस्ट्स आते हैं. हालांकि क्या आपने इस बात पर विचार किया है कि आखिर कश्मीर को दुनिया का स्वर्ग क्यों कहा गया? दरअसल इसके नाम की तरह की इसकी खूबसूरती भी काफी जबरदस्त है. कश्मीर का नाम कश्यप ऋषि के नाम पर रखा गया था. इसकी कुदरती खूबसूरती, मन मोह लेने वाले नजारे और शांत माहौल ही इसे इतना खास बनाते हैं. यह सिर्फ एक कहने की बात नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो हर टूरिस्ट को अपनी ओर खींचता है.
कश्मीर को क्यों कहा जाता है स्वर्ग?
भारत में घूमने जब विदेशी टूरिस्ट आते हैं तो उनके लिए दुनिया का स्वर्ग कहा जाने वाला कश्मीर प्रमुख डेस्टिनेशन होता है. भारतीय टूरिस्ट्स के लिए भी यह काफी खास है. यहां के हर दृश्य की खूबसूरती काफी जबरदस्त है.
बर्फ से ढके पहाड़ और हरी-भरी वादियां
दुनिया का स्वर्ग कहे जाने वाला कश्मीर हिमालय और पीर पंजाल पहाड़ों के बीच बसा है. यहां की बर्फ से ढकी चोटियां, हरी-भरी वादियां और सेब के बाग काफी खूबसूरत लगते हैं. मौसम के हिसाब से यहां के नजारे बदलते रहते हैं. मॉनसून में हरियाली काफी बढ़ जाती है. वहीं पतझड़ में चिनार के पेड़ों का नारंगी और लाल रंग और सर्दियों में बर्फ की सफेद चादर पूरी घाटी को किसी जादूई दुनिया की तरह सुंदर बना देती है.
शांत झीलें और हाउसबोट
डल झील, वुलर झील और नगीन झील जैसी शांत झीलें कश्मीर की खूबसूरती में चार चांद लगा देती हैं. यहां शिकारे में बैठना और हाउसबोट में रहना एक ऐसा खूबसूरत अनुभव है, जो किसी सपने जैसा लगता है.
खूबसूरत बाग-बगीचे
कश्मीर के शालीमार बाग, निशात बाग और चश्मे शाही जैसे खूबसूरत मुगल गार्डन अपने फूलों और फव्वारों के साथ टूरिस्ट्स का मन मोह लेते हैं.
बेहतरीन मौसम
कश्मीर का मौसम भी काफी बेहतरीन है, जो साल भर बहुत अच्छा रहता है. गर्मियों में हल्की ठंडक और सर्दियों में बर्फबारी इसे हर मौसम में घूमने लायक जगह बनाती है. यहां की हवा में ताजगी और सुकून महसूस होता है.
ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व
कश्मीर का इतिहास बहुत पुराना है और यहां कई पुराने मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जैसे वैष्णो देवी और अमरनाथ गुफा. यह बौद्ध धर्म और सूफी परंपराओं का भी एक अहम केंद्र रहा है.
किसने कहा स्वर्ग?
मुगल बादशाह जहांगीर कश्मीर की सुंदरता पर मोहित होकर कह उठे थे, "अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है." उनके इन शब्दों ने कश्मीर को "धरती का स्वर्ग" का दर्जा दिया और यह आज भी अपनी खूबसूरती से लोगों को अपनी तरफ खींचता है.