Los Angeles: लॉस एंजिल्स में रविवार को हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और 101 फ्रीवे को पूरी तरह जाम कर दिया. ये लोग अमेरिकी इमिग्रेशन पॉलिसी और ICE (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट) की कार्रवाइयों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने मैक्सिकन झंडे लहराए और नारे लगाए. हंगामे से शहर में ट्रैफिक ठप हो गया, और ड्राइवरों को गाड़ियां मोड़कर वापस जाना पड़ा.
क्या हुआ लॉस एंजिल्स में?
प्रदर्शन की शुरुआत रविवार सुबह डाउनटाउन लॉस एंजिल्स में हुई. हजारों लोग सिटी हॉल के पास जमा हुए और फिर 101 फ्रीवे पर चले गए. लॉस एंजिल्स पुलिस डिपार्टमेंट (LAPD) के मुताबिक, दोपहर 4 बजे तक करीब 6,000 लोग सड़कों पर थे, जिनमें से 2,000 लोग फ्रीवे की नॉर्थबाउंड लेन पर थे. प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर और नारे लगाकर ट्रैफिक रोक दिया. कुछ लोग गाड़ियों से बाहर निकलकर झंडे लहरा रहे थे, तो कुछ ने सड़क पर नारे लिखे.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तनाव
लॉस एंजिल्स पुलिस और कैलिफोर्निया हाइवे पेट्रोल (CHP) ने प्रदर्शन को गैर-कानूनी घोषित कर दिया और लोगों से सड़क खाली करने को कहा. लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे, तो पुलिस ने आंसू गैस और नॉन-लीथल हथियारों का इस्तेमाल किया. LAPD ने बताया कि कुछ लोग पुलिस पर बोतलें, कंक्रीट और दूसरी चीजें फेंक रहे थे. इसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखा कि प्रदर्शनकारी पुलिस के सामने डटकर खड़े थे और नारे लगा रहे थे.
2,000 नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनाती
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस प्रदर्शन पर सख्त रुख अपनाया. उन्होंने कहा, "जो लोग पुलिस या सेना पर थूकेंगे या उन पर हमला करेंगे, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे." ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में 2,000 नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनात करने का आदेश दिया है, जिसे कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजम ने "राज्य की संप्रभुता का उल्लंघन" बताया. न्यूजम ने कहा कि ट्रंप का ये कदम "जानबूझकर तनाव बढ़ाने वाला" है. लॉस एंजिल्स की मेयर करेन बास ने भी इस तैनाती की आलोचना की और कहा कि शहर को शांति की जरूरत है, न कि और हंगामे की.
क्यों हो रहा है विरोध?
प्रदर्शनकारी ट्रंप प्रशासन की नई इमिग्रेशन नीतियों और ICE की रेड्स के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं. ट्रंप ने बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों को हटाने का वादा किया है, जिससे कई समुदायों में डर का माहौल है. लोग इसे अपने समुदायों पर हमला मान रहे हैं.
शहर में हालात
हंगामे के कारण डाउनटाउन में सड़कें बंद रहीं, और ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा. कुछ जगहों पर हिंसा भी देखी गई, जैसे कि एक ऑटोनॉमस गाड़ी को आग लगा दी गई. फिर भी, कई प्रदर्शनकारी शांति से अपनी बात रख रहे थे. ये विरोध न सिर्फ लॉस एंजिल्स, बल्कि रिवरसाइड, सैन डिएगो और डलास जैसे शहरों में भी देखा गया.