trendingNow12625598
Hindi News >>दुनिया
Advertisement

एक दर्द ने तबाह कर दी सेना के जवान की जिंदगी, 9 सर्जरी भी नहीं आई काम; आंखों में आंसू भर देगी कहानी

Australia News: ऑस्ट्रेलिया के एक युवक ने खुद को फिट रखने की कई तरकीब अपनाई लेकिन वो फिट नहीं हो पाया. इसके लिए उसने 9 सर्जरी करवाई लेकिन कुछ काम नहीं आया. उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में लोगों को बताया है, उनकी कहानी भावुक कर देगी. 

 एक दर्द ने तबाह कर दी सेना के जवान की जिंदगी, 9 सर्जरी भी नहीं आई काम; आंखों में आंसू भर देगी कहानी
Abhinaw Tripathi |Updated: Jan 31, 2025, 05:38 PM IST
Share

Australia News: ऑस्ट्रेलिया के एक सेना के जवान ने खुद को फिट रखने की कई तरकीब अपनाई लेकिन वो फिट नहीं हो पाया. उन्होंने एक के बाद एक- दो नहीं बल्कि 9 सर्जरी करवाई लेकिन इसके बावजूद वो सामान्य लोगों की तरह जीवन जी पाने में नाकाम हैं. उन्हें पिलोनिडल साइनस की बीमारी हो गई है. जिसकी वजह से उनके अंदर के बाल गिर रहे हैं. ऐसे में चिंताओ से ग्रसित होकर पिछले एक साल वो बेड पर ही पड़ा है. उन्होंने अपनी भावुक करने वाली आपबीती भी बताई है. 

डायलन कॉनवे के मुताबिक उन्हें पीठ के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत हुई, जबकि वे ऑस्ट्रेलियाई सेना में पैदल सेना के अधिकारी के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने बताया कि सेना में जाने के बाद पहले दिन से ही वो वहां सबसे फिट व्यक्ति बनने का प्रयास किया.  इसलिए, दौड़ना और कसरत करना जैसी चीजें करने लगे. इसी दौरान उन्हें रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से दर्द महसूस हुआ. इसके बाद उन्होंने अपनी पहली सर्जरी करवाई. उन्हें लगता था कि सर्जरी के बाद वो ठीक हो जाएंगे और फिर सीधे ट्रेनिंग लेने लगेंगे पर ऐसा नहीं हुआ. 

उन्हें पिलोनिडल साइनस नाम की बीमारी है. हिप के पास एक छोटा सा छेद है. जिसमें सूजन और मवाद जैसी समस्याओं को सामना करना पड़ता है. इस बीमारी से उनके बाल भी गिरने लगे हैं और उन्होंने दुखद रूप से अपने सेना के कैरियर को समाप्त कर दिया. उन्होंने ये भी बताया कि बहुत से लोग इससे गुज़रेंगे और सभी लक्षण महसूस करेंगे. उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि आपके पीठ के निचले हिस्से में जकड़न होती है, बैठते समय दर्द होता है और उन्हें इसकी जांच करवाने का एहसास भी नहीं होता. वे इसके बारे में सोचते भी नहीं और इससे पीठ के निचले हिस्से में संक्रमण हो सकता है. 

अपनी आपबीती सुनाते हुए उन्होंने ये भी बताया कि मैं एक बहुत ही आत्मविश्वासी युवक था, जो अपनी शारीरिक छवि को लेकर बहुत आश्वस्त था, अचानक मैं ऐसे व्यक्ति में बदल गया, जो बैठ नहीं सकता था, चल नहीं सकता था, मैं अपने दोस्तों के साथ घुल-मिल नहीं सकता था. मैं अपने परिवार से नहीं मिल सकता था, पूरी ईमानदारी से कहूं तो मैं जीवन नहीं जी सकता था. 

बीमारी से गुजरते हुए उन्हें 2020 में BrothersNBooks नाम से अपना खुद का चैरिटी शुरू करने की प्रेरणा मिली. जिसके कारण अस्पतालों और वयोवृद्ध केंद्रों में सामुदायिक पुस्तकालयों की एक श्रृंखला खोली गई. डिलन अभी भी त्वचा रोग से पीड़ित है और उसके शरीर पर निशान हैं, लेकिन अपनी चैरिटी के ज़रिए उसे जीवन के प्रति एक नया नज़रिया मिला है. 

उसने कहा हाल ही में मेरे हिप का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से कट गया है, और मेरे पीठ के निचले हिस्से से लेकर नीचे तक एक बड़ा निशान है. मुझे इसकी परवाह नहीं है कि यह कैसा दिखता है, मैं बस खुश हूं कि मैं फिर से बाहर निकल सकता हूं और चलना शुरू कर सकता हूँ और अपने दोस्तों से मिल सकता हूं. उन्होंने आगे कहा मुझे उम्मीद है कि भविष्य में जब कोई इस बीमारी से गुज़रेगा, तो सार्वजनिक रूप से इस बारे में बात करते हुए, जब वे इस बीमारी के बारे में Google पर खोज करेंगे, तो उन्हें कुछ ऐसा मिलेगा जिससे वे किसी और को देख पाएंगे जो इस बीमारी से गुज़रा है. 

Read More
{}{}