trendingNow12646946
Hindi News >>दुनिया
Advertisement

US Army में ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पर पाबंदी, बराक ओबामा के फैसले पर ट्रंप ने लगाई रोक

अमेरिका ने तत्काल प्रभाव से सेना के अंदर ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पर रोक लगा दी है. सेना खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट के ज़रिए दी है. इससे पहले ट्रंप ने इसे सेना के अनुशासन, ईमानदारी और सम्मानजनक जीवनशैली के खिलाफ बताते हुए कार्यकारी आदेश जारी किया था. 

US Army में ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पर पाबंदी, बराक ओबामा के फैसले पर ट्रंप ने लगाई रोक
Tahir Kamran|Updated: Feb 15, 2025, 09:26 AM IST
Share

Transgenders in US Army: अमेरिकी सेना ने आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि अब ट्रांसजेंडर्स को सेना में भर्ती नहीं किया जाएगा. यह फैसला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ज़रिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद लिया गया है, जिसमें 'ट्रांसजेंडर विचारधारा' और 'बनावटी सर्वनामों' पर प्रतिबंध लगाया गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अमेरिकी सेना ने एक पोस्ट में कहा कि अब ट्रांसजेंडर्स की भर्ती पूरी तरह बंद कर दी जाएगी और सेना में कार्यरत सैनिकों के लिए लिंग परिवर्तन से जुड़ी सभी मेडिकल प्रक्रियाएं भी रोक दी जाएंगी. 

सेना ने पोस्ट में क्या कहा?

हालांकि सेना ने यह भी कहा कि जिन सैनिकों को 'जेंडर डिस्फोरिया' है, उन्हें सम्मान और गरिमा के साथ देखा जाएगा, लेकिन उन्हें किसी भी तरह की लिंग परिवर्तन से जुड़ी चिकित्सा सुविधा नहीं दी जाएगी. इस फैसले के तहत सभी नई भर्तियों में ऐसे लोगों को शामिल नहीं किया जाएगा, जिनका अतीत में लिंग पहचान से संबंधित कोई इतिहास रहा हो.

ट्रंप ने क्या कहा था?

27 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति जन्म के समय मिले लिंग से अलग पहचान बनाए, यह सेना के अनुशासन, ईमानदारी और सम्मानजनक जीवनशैली के खिलाफ है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रांसजेंडर सैनिकों की मौजूदगी सेना की तैयारियों और दक्षता के लिए हानिकारक है. इसी वजह से सेना में ट्रांसजेंडर नीति को पूरी तरह से बदलने की आवश्यकता है.

बराक ओबामा ने हटाई थी पांबदी

ट्रंप पहले भी ट्रांसजेंडर सैनिकों पर पाबंदी लगाने के पक्ष में रहे हैं. 2016 में बराक ओबामा सरकार ने यह पाबंदी हटा दी थी, लेकिन ट्रंप प्रशासन इसे फिर से लागू कर रहा है. मियामी, फ्लोरिडा में एक रिपब्लिकन मीटिंग के दौरान उन्होंने इस मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि सेना की ताकत और कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए ट्रांसजेंडर विचारधारा को सैन्य संस्थानों से पूरी तरह हटाया जाएगा.

ट्रंप प्रशासन के इस फैसले को लेकर देश में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. कई मानवाधिकार संगठनों ने इस फैसले की आलोचना की है, जबकि ट्रंप समर्थक इसे सैन्य अनुशासन बनाए रखने की दिशा में एक मजबूत कदम मान रहे हैं.

Read More
{}{}