Bangladesh News: शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने के बाद वहां की स्थितियां सामान्य होने का नाम ही नहीं ले रही है. आए दिन कुछ न कुछ ऐसा होता है कि लोग सड़कों पर आ जाते हैं. अब प्रदेश की राजधानी ढाका से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पर रेलवे अधिकारियों के द्वारा एक दुर्गा माता के मंदिर को ढहा दिया गया. जिसके बाद हिंदू समुदाय और अल्पसंख्यक समूहों के द्वारा कड़ा विरोध हो रहा है. लोग सड़कों पर उतर आए हैं और सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध कर रहे हैं. इस मुद्दे पर भारत के विदेश मंत्रालय ने भी प्रतिक्रिया दी है.
क्या है पूरा मामला
बांग्लादेश के ढाका के खीलखेत में इस मंदिर को ढहाया गया है. जिस पर रेलवे ने तर्क दिया कि यह मंदिर अवैध है. जहां एक तरफ बांग्लादेश के सरकार इस फैसले को अधिकारियों ने सही बताते हुए इस कदम को उचित ठहराया है. वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल के कार्यवाहक महासचिव मणिंद्र कुमार नाथ ने कहा कि बांग्लादेश सनातनी समूह के लोग मदिर के ध्वंस के खिलाफ विरोध जताने के लिए यहां एकत्रित हुए. इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर ऐसे निंदनीय कृत्यों को अंजाम देने का आरोप लगाया.
#WATCH बांग्लादेश: ढाका में दुर्गा मंदिर ध्वस्त किया गया। pic.twitter.com/7eIuw3r4wG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2025
विदेश मंत्रालय ने दी प्रतिक्रिया
मंदिर ढहाने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा हमें पता चला है कि चरमपंथी ढाका के खिलखेत में दुर्गा मंदिर के विध्वंस के लिए शोर मचा रहे थे. अंतरिम सरकार ने मंदिर को सुरक्षा प्रदान करने के बजाय इस घटना को अवैध भूमि उपयोग के मामले के रूप में पेश किया और आज मंदिर को नष्ट होने दिया. इसके परिणामस्वरूप देवता को स्थानांतरित किए जाने से पहले ही नुकसान पहुंचा है. हम इस बात से निराश हैं कि बांग्लादेश में ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं. मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हिंदुओं, उनकी संपत्तियों और उनके धार्मिक संस्थानों की सुरक्षा करना बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी है.