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Cyber Dome: इजरायल और जर्मनी की जुगलबंदी दुनिया में लाएगी नई क्रांति! अमेरिका भी नहीं कर पाया ऐसा कमाल

Germany Build Cyber Dome: इजरायल की मदद से जर्मनी एक ऐसा डिफेंस सिस्टम डेवलप करने जा रहा है, जो तकनीक की इस दुनिया में एक अनोखी क्रांति लाएगा. 

german cyber dome
german cyber dome
Rahul Vishwakarma|Updated: Jun 30, 2025, 07:38 PM IST
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Cyber Defence Strategy: समय के साथ युद्ध का तरीका भी तेजी से बदल रहा है. बीते कुछ सालों से दुनिया कई युद्ध देख रही है. अब युद्ध जमीन पर ही नहीं, बल्कि आसमान में लड़ा जा रहा है. जिसकी आसमानी ताकत जितनी ज्यादा, वो उतना बलशाली. इजरायल के आयरन डोम के बारे में दुनिया जानती है. बीते दिनों खबर आई थी कि अमेरिका गोल्डन डोम बनाने जा रहा है. टेक्नॉलजी के इस युग में अब जर्मनी उससे भी आगे जाने की होड़ कर रहा. 

जर्मनी एक साइबर डोम बनाने की दिशा में बढ़ गया है. कल जर्मनी के आंतरिक मंत्री अलेक्जेंडर डोब्रिंट ने ऐलान किया है कि जर्मनी इजरायल की मदद से एक साइबर रिसर्च सेंटर बनाने जा रहा है. जर्मन अखबार बिल्ड के मुताबिक अलेक्जेंडर ने कहा कि उनका देश अपनी साइबर सिक्योरिटी और टाइट करने की तैयारी में है. इसीलिए जर्मनी अब साइबर डोम बनाएगा जो उसे किसी भी तरीके के साइबर अटैक से बचाएगा. 5 प्वाइंट में इसका ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है. 

साइबर डोम के लिए जो 5 प्वाइंट तैयार किए गए हैं वो ये है... 

1. खुफिया सेवाओं (जैसे बीएनडी और मोसाद) और सिक्योरिटी फोर्सेज के बीच सहयोग और मजबूत करें
2. जर्मन-इजरायली साइबर सुरक्षा से जुड़ी रिसर्च के लिए एक डेडिकेटेड सेंटर बनाया जाए
3. दोनों देशों को साइबर डिफेंस में सहयोग मजबूत करना चाहिए.
4. जर्मनी को अपनी सुरक्षा और बढ़ाते हुए ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ाना चाहिए.
5. लोगों की सुरक्षा के लिए अलर्ट सिस्टम को और बेहतर करें.

(ये भी पढ़ें- Israel-Iran conflict: जमीन के 90 मीटर अंदर महफूज है ईरान का यूरेनियम, इजरायल चाह कर भी बाल बांका क्यों नहीं कर पा रहा?)

साइबर डोम क्या काम करेगा? 

आयरन डोम हम सभी जानते हैं कि दुश्मन के किसी भी हवाई हमले को रोकने में सक्षम रहा है. बीते दिनों इजरायल ने हमास और ईरान की कई मिसाइलों को इसकी मदद से हवा में ही नष्ट कर दिया था. इसकी काबिलियत पर किसी को संदेह नहीं है. अब इसी तर्ज पर जर्मनी एक ऐसी तकनीक विकसित करने जा रहा है जो डिजिटली अटैक को रोकने में सक्षम होगा. इसके लिए इजरायल की ही मदद ली जा रही है.

(ये भी पढ़ें- Israel Iran War: ईरान का कैलकुलेटेड रिस्क और मार खाकर भी America का चुप रहना... इस जंग का सिकंदर कौन?) 

ईरानी हमले वाली साइट पर पहुंचे जर्मन मंत्री

डोब्रिंट शनिवार को इजरायल के बट याम में ईरानी मिसाइल के हमले वाली जगह पर पहुंचे थे. 14 और 15 जून की दरमियानी रात को हुए इस हमले में 3 बच्चों समेत कुल 9 लोगों की मौत हो गई थी. हमले में सैकड़ों लोग जख्मी भी हुए थे. 

डोब्रिंट इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन के साथ ही इस हमले वाले स्थान पर मौजूद थे. इस जगह पर चारों तरफ मलबा फैला हुआ है. डोब्रिंट ने इजरायल पर हुए हमले पर अफसोस जताते हुए कहा कि मरने वालों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की. 

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