China–United States trade war: अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर एक बार फिर सुर्खियों में है. अमेरिका ने चीन से आयात होने वाले सामान पर टैरिफ (आयात शुल्क) को बढ़ाकर 145% कर दिया है. दूसरी ओर, यूरोपीय संघ (EU) के मामले में 90 दिन के लिए टैरिफ लगाने पर रोक लगा दी है.
ट्रंप ने फिर बढ़ाई ट्रैरिफ
सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस ने गुरुवार को पुष्टि की कि चीनी आयात पर कुल अमेरिकी टैरिफ अब 145 प्रतिशत है, जिसके बाद अमेरिका ने चीन के साथ अपने टैरिफ जंग को बढ़ा दिया है. यह कदम डोनाल्ड ट्रंप के एक नए कार्यकारी आदेश के बाद उठाया गया है, यानी ट्रंप ने चीन को हर हाल में नुकसान पहुंचाने की जिद पाल ली है. उन्होंने पहले चीन से आने वाले सामान पर टैरिफ को 84% से बढ़ाकर 125% कर दिया. इसके अलावा, फेंटानिल (एक तरह का नशीला पदार्थ) से जुड़े आयात पर 20% का अतिरिक्त टैरिफ भी लगा दिया. इन सबको जोड़ दें तो अब चीन से अमेरिका आने वाले सामान पर कुल 145% टैरिफ लग रहा है. यानी, चीन का सामान अब अमेरिका में बहुत महंगा हो जाएगा.
दुनिया को छूट, चीन से बैर?
ट्रंप ने बुधवार को कम से कम 90 दिनों के लिए अधिकांश देशों पर अपने नए ट्रैरिफ पर रोक लगा दिया है, हालांकि, उन्होंने चीन पर दबाव लगातार बढ़ाते जा रहे हैं, इससे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच 'जंग' की नौबत आ गई है. ट्रंप हाथ धोकर चीन के पीछे पड़ गए हैं और एक सप्ताह में ही कई बार चीन पर ट्रैरिफ बढ़ाया है. इससे साफ है कि ट्रंप का पूरा फोकस अभी चीन पर है, और वो इस ट्रेड वॉर को आगे बढ़ाना चाहते हैं.
चीन ने भी किया पलटवार, पीछे नहीं हटने की भरी हुंकार
चीन भी इस मामले में चुप नहीं बैठा. उसने जवाब में अमेरिका से आने वाले सामान पर 84% का टैरिफ लगा दिया, जो गुरुवार दोपहर 12:01 बजे से लागू हो गया. चीन का कहना है कि वो बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए सम्मान और बराबरी जरूरी है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि धमकी और दबाव से हमारे साथ बात नहीं हो सकती. अगर अमेरिका हमें उकसाएगा, तो हम अंत तक जवाब देंगे. चीन ने अमेरिका पर 'दादागिरी' का आरोप भी लगाया और कहा कि ट्रंप का ये रवैया कामयाब नहीं होगा.
आखिरी दम तक लड़ने को तैयार चीन
चीनी वाणिज्य मंत्रालय की प्रवक्ता ने एक प्रेस वार्ता में शुल्क से जुड़े मुद्दों पर बातचीत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि चीन का नजरिया हमेशा से साफ और स्थिर रहा है. चीन बातचीत के लिए तैयार है और इसका दरवाजा खुला रखता है, लेकिन यह वार्ता दोनों पक्षों के बीच समानता और आपसी सम्मान के आधार पर होनी चाहिए. प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका शुल्क युद्ध शुरू करना चाहता है, तो चीन भी आखिरी दम तक इसका जवाब देने के लिए तैयार रहेगा.