Gaza Strip: इजरायल के दक्षिणपंथी नेता पूर्व सांसद मोशे फेगलिन गाजा और वहां के लोगों को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'गाजा में हर बच्चा, हर नवजात एक दुश्मन है. इतना ही नहीं, इजरायली संसद (नेसेट) के पूर्व सदस्य फेगलिन ने कहा कि, 'दुश्मन हमास नहीं है, न ही हमास की सैन्य शाखा है. गाजा में हर बच्चा दुश्मन है. हमें गाजा पर कब्जा करके उसे बसाना है, और वहां एक भी गाजा का बच्चा नहीं बचेगा. इसके अलावा कोई और जीत नहीं है.'
फेगलिन के इजरायली टीवी चैनल 14 पर दिए बयान ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है. फेगलिन की यह बयान IDF के रिटायर्ड डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ और नई राजनीतिक पार्टी डेमोक्रेट्स के चीफ यायर गोलान की टिप्पणी के बाद आई है, जिसमें गोलान ने इजरायल पर 'शौक के लिए शिशुओं की हत्या करने' का आरोप लगाया है.
'एक समझदार देश नागरिकों के खिलाफ नहीं लड़ता'
गोलान ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गाजा में बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की कार्रवाई की जमकर आलोचना की थी. उन्होंने कहा था, 'अगर हम एक समझदार देश की तरह व्यवहार नहीं करते हैं, तो इजरायल भी दक्षिण अफ्रीका की तरह एक बहिष्कृत राज्य बनने की राह पर है.' गोलान ने कहा, 'एक समझदार देश नागरिकों के खिलाफ नहीं लड़ता, शौक के तौर पर बच्चों को नहीं मारता और बड़े पैमाने पर आबादी को विस्थापित नहीं करता.' उन्होंने मौजूदा नेतृत्व पर आरोप लगाया कि 'ये लोग बदला लेने वाले किस्म के हैं, जिनमें कोई नैतिकता नहीं है और संकट के वक्त में देश चलाने की क्षमता नहीं है. इससे हमारा अस्तित्व खतरे में है.'
नेतन्याहू का पलटवार
वहीं, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने गोलान पर पलटवार करते हुए उनकी टिप्पणी को 'उकसावा' और टरक्त अपमान' बताया. नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, 'मैं हमारे वीर सैनिकों और इजरायल राज्य के खिलाफ यायर गोलान की इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं. आईडीएफ दुनिया की सबसे नैतिक सेना है और हमारे सैनिक हमारे अस्तित्व के लिए युद्ध लड़ रहे हैं.'
पिछले चार दिनों में 600 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनियों की मौत
इजरायली सेना ने गाजा पट्टी पर अपने हमले तेज कर दिए हैं और नेतन्याहू ने सोमवार को हमास को घुटनो पर लाने और बाकी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए पूरे क्षेत्र पर कंट्रोल करने की कसम खाई है. गाजा के फील्ड हॉस्पिटल के चीफ डॉ. मारवान अल-हम्स के मुताबिक, पिछले चार दिनों में हमलों में 600 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं. फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि 7 अक्टूबर के हमले के बाद से इज़राइल द्वारा हमला शुरू किए जाने के बाद से गाजा में लगभग 53,000 लोग मारे गए हैं. कई लोग घायल या अपंग हैं.
ब्रिटेन की इजरायल पर कार्रवाई
इज़रायल का गाजा में मासूम लोगों को निशाने बनाने को लेकर ब्रिटेन ने यरूशलम के अपनी मुक्त व्यापार वार्ता ( Free Trade Negotiations ) रोक दी और इज़रायली राजदूत को तलब किया. साथ ही, वेस्ट बैंक में बसने वालों के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि वे इजरायल के सैन्य कार्रवाई से 'भयभीत' हैं. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा कि इस हमले से बंधकों को वापस लाने में मदद नहीं मिल रही है. उन्होंने इजरायल से गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने पर लगी रोक हटाने का आग्रह किया.
अकाल की आशंका
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद सोमवार को बच्चों के खा- पान ले जाने वाले पांच संयुक्त राष्ट्र सहायता ट्रकों को गाजा में जाने की इजाजत दी गई. जबकि सहायता नाकाबंदी 2 मार्च से लागू है. खाना, दवा और जरूरी आपूर्ति पर प्रतिबंधों के कारण गाजा में लाखों फिलिस्तीनियों को बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, जिससे अकाल की आशंका बनी हुई है.