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Hamas-Israel War: हमास ने इजराइली महिला को भीड़ में घुमाकर छोड़ा, नेतन्याहू ने कैदियों की रिहाई पर लगा दिया ब्रेक, बोले- पहले सुरक्षा की गारंटी दो

Hamas-Israel War Update: गाजा पट्टी में संघर्ष-विराम समझौते के तहत चरमपंथी समूह हमास ने गुरुवार को इजराइल के 8 बंधकों को रिहा कर दिया. हालांकि, इजराइल की ओर से 110 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किए जाने की योजना पर संदेह बना हुआ है.

Hamas-Israel War: हमास ने इजराइली महिला को भीड़ में घुमाकर छोड़ा, नेतन्याहू ने कैदियों की रिहाई पर लगा दिया ब्रेक, बोले- पहले सुरक्षा की गारंटी दो
Gunateet Ojha|Updated: Jan 30, 2025, 10:01 PM IST
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Hamas-Israel War Update: गाजा पट्टी में संघर्ष-विराम समझौते के तहत चरमपंथी समूह हमास ने गुरुवार को इजराइल के 8 बंधकों को रिहा कर दिया. हालांकि, इजराइल की ओर से 110 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किए जाने की योजना पर संदेह बना हुआ है. इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि जब तक हमास यह सुनिश्चित नहीं करता कि बंधकों की सुरक्षित रिहाई होगी, तब तक कैदियों को रिहा नहीं किया जाएगा. नेतन्याहू का सख्त रवैया तब सामने आया जब हमास ने इजराइली बंधकों के साथ छोड़ी गई महिला की भीड़ में परेड करा दी.

इजराइल ने की अराजकता की आलोचना

इजराइली बंधकों को रेड क्रॉस के हवाले करने के दौरान गाजा पट्टी में अराजक दृश्य देखने को मिले. हजारों फलस्तीनियों की भीड़ ने बंधकों को घेर लिया और नारेबाजी की. जिससे रिहाई की प्रक्रिया बाधित हुई. इस दौरान हथियारबंद हमास लड़ाकों को भीड़ को पीछे हटाते देखा गया. इस घटना के बाद इजराइली सेना ने 110 फलस्तीनी कैदियों की रिहाई रोकने की घोषणा की. बाद में, नेतन्याहू ने कहा कि मध्यस्थों ने भरोसा दिलाया है कि भविष्य में बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की जाएगी.

इजराइल की महिला सैनिक को भीड़ में घुमाकर छोड़ा

हमास ने बृहस्पतिवार सुबह इजराइल की 20 वर्षीय महिला सैनिक अगम बर्जर को उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर में भीड़ के सामने परेड कराने के बाद रेड क्रॉस के हवाले किया. बर्जर उन पांच महिला सैनिकों में शामिल थीं, जिन्हें हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को अगवा किया था. इजराइल ने इस घटना की कड़ी आलोचना की और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया.

7 अन्य बंधकों की भी हुई रिहाई

इसके बाद हमास ने दोपहर में सात और बंधकों को रेड क्रॉस को सौंपा, जिनमें दो इजराइली और पांच थाई नागरिक शामिल थे. इजराइली सेना ने पुष्टि की कि ये सभी बंधक सुरक्षित रूप से इजराइली बलों के पास पहुंच गए हैं. गाजा पट्टी में बंधकों की रिहाई के दौरान अराजकता फैलने से उनकी निकासी प्रक्रिया में देरी हुई. हालांकि, रेड क्रॉस ने किसी तरह इन बंधकों को इजराइली बलों तक पहुंचा दिया. इस घटना के बाद नेतन्याहू ने "चौंकाने वाले दृश्य" बताते हुए इसकी आलोचना की और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों से ऐसी घटनाओं को रोकने की अपील की.

थाई नागरिकों की भी हुई रिहाई

हमास ने जिन पांच थाई नागरिकों को रिहा किया, उन्हें 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में एक प्रोजेक्ट साइट से अगवा किया गया था. हालांकि, अभी भी 8 थाई नागरिक हमास के कब्जे में हैं, जिनमें से दो के मारे जाने की आशंका है. इजराइल को गुरुवार को बंधकों की रिहाई के बदले 110 फलस्तीनी कैदियों को छोड़ना था. इनमें 30 ऐसे कैदी भी शामिल थे, जिन्हें इजराइलियों पर घातक हमलों के आरोप में उम्रकैद की सजा दी गई थी. हालांकि, इजराइल ने बंधकों की निकासी के दौरान हुई अराजकता को देखते हुए कैदियों की रिहाई फिलहाल रोक दी है.

क्या आगे बढ़ेगा समझौता?

संघर्ष-विराम समझौते के तहत अगले चरण में शनिवार को तीन और इजराइली बंधकों और दर्जनों फलस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाना था. लेकिन गुरुवार की घटनाओं के बाद इजराइल ने इस फैसले पर पुनर्विचार करने की बात कही है. हालांकि, इजराइली मीडिया ने दावा किया है कि सरकार कैदियों को रिहा करने के समझौते पर आगे बढ़ेगी.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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