Baseline Tariff: अमेरिका में ट्रंप सरकार ने 2 अप्रैल 2025 को सभी देशों से होने वाले आायत पर 10 प्रतिशत बेसलाइन टॅरिफ लगाने का ऐलान किया था. अब यह भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते का प्रमुख बिंदु बन चुका है. भारत चाहता है कि अमेरिकी सरकार इस टैरिफ को पूरी तरह समाप्त करे.
ब्रिटेन मॉडल नहीं स्वीकार करेगा भारत
सूत्रों के मुताबिक भारतीय वार्ताकारों की ओर से स्पष्ट कर दिया गया है कि वे किसी भी तरह ब्रिटेन मॉ़डल को स्वीकार करने के पक्ष में नहीं हैं, जिसमें USA और ब्रिटेन के बीच हुए समझौते के बावजूद ब्रिटिश सामानों पर बेसलाइन शुल्क जारी है. इसको लेकर भारत की तरफ से बातचीत में शामिल एक ऑफिसर ने बताया कि भारत ने अमेरिका से 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ के साथ 9 जुलाई से प्रस्तावित 16 प्रतिशत टैरिफ को पूरे तरीके से हटाने का आग्रह किया है.
'एकसाथ खत्म होना चाहिए टैरिफ...'
अधिकारी ने कहा,' आदर्श स्थिति में समझौता होने के बाद दोनों टैरिफ को एक साथ समाप्त किया जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो भारत को भी समान और आनुपातिक टैरिफ बनाए रखने का अधिकार रहेगा.' एक अन्य अधिकारी ने इसको लेकर कहा,' अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था. इसलिए दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता निष्पक्ष, न्यायसंगत और जनस्वीकार्य होना चाहिए.'
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पांचवी राउंड की चल रही बैठक
बता दें कि US ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव के सहायक ब्रैंडन लिंच के नेतृत्व वाली अमेरिका की वार्ताकर टीम 4 जून 2025 को दिल्ली पहुंची. दोनों देशों के वार्ताकार पांचवी बार आमने-सामने बातचीत कर रहे हैं. पहले बताया जा रहा था कि यह दौरा केवल 2 दिन का होगा, लेकिन अब यह 10 जून तक चलने वाला है. इस बातचीत में टैरिफ समेत कई गंभीर मुद्दे रहेंगे.