Indians in Middle East: मध्य पूर्व में ईरान-इजरायल के बीच 12 दिनों तक चली जंग खत्म होने का दावा भारत के लिए भी राहत भरी खबर है. सिर्फ कच्चे तेल-गैस की बात नहीं है, मिडिल ईस्ट में भारत का बहुत कुछ दांव पर है. इन देशों में करीब एक करोड़ भारतीय या भारतीय मूल के लोग रहते हैं. हर साल 50 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा ये भारतीय मूल के लोग स्वदेश भेजते हैं. दुनिया भर में जितने भी भारतीय मूल के लोग रहते हैं,उनमें से 25 फीसदी के करीब इन्हीं खाड़ी देशों में रहते हैं. मध्य पूर्व में छह अहम खाड़ी देश (Gulf Cooperation Council) में आते हैं. इसमें यूएई, सऊदी अरब, ओमान, कुवैत, कतर और बहरीन शामिल हैं.
यूएई में तो एक तिहाई से ज्यादा भारतीय
संयुक्त अरब अमीरात की आबादी करीब एक करोड़ है, लेकिन ताज्जुब वाली बात है कि इनमें से करीब 38 लाख तो भारतीय हैं. यूएई की इकोनॉमी काफी हद तक इन्हीं भारतीयों पर टिकी है. इसीलिए यूएई भारत को अपना रणनीतिक साझेदार बना चुका है.
सऊदी अरब भी बड़ा भागीदार
खाड़ी देशों की बात करें तो सऊदी अरब भारतीयों की आबादी के मामले में दूसरे स्थान पर है.सऊदी की करीब 3.5 करोड़ जनसंख्या है. वहां भारतीयों की जनसंख्या 28 से 30 लाख के बीच है.
कुवैत तीसरा सबसे बड़ा देश
भारतीयों की आबादी के मामले में कुवैत तीसरा सबसे बड़ा मुल्क है. उसकी कुल आबादी 50 लाख है, जिसमें 33 लाख तो विदेशी हैं. इसमें करीब 20 फीसदी यानी 10 लाख भारतीय हैं. यूपी-बिहार से लेकर बिहार-राजस्थान तक लाखों भारतीय कामगार यहां काम करते हैं.
बहरीन की आबादी
छोटे से देश बहरीन की आबादी 16 लाख 30 हजार के करीब है, इसमें 3.3 लाख भारतीय हैं.
कतर के विकास में अहम भारतीय
कतर के पास दुनिया में प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा भंडार है. उसकी आबादी चेन्नई-बेंगलुरु जैसे शहरों से कम महज 30 लाख हैं. इसमें 7 लाख यानी 25 फीसदी से ज्यादा तो भारतीय हैं. कतर की राजधानी दोहा में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम से लेकर कई बड़े निर्माण में भारतीयों का योगदान है.
ओमान में 31 फीसदी भारतीय
ओमान की जनसंख्या करीब 54 लाख है, इसमें से 14 लाख के लगभग तो भारतीय हैं.
बहरीन में भी भारतीयों का दम
बहरीन की जनसंख्या करीब 15 लाख है, इसमें से 3.3 लाख यानी 20 फीसदी से ज्यादा भारतीय हैं.
इजरायल में एक लाख भारतीय
इजरायल की आबादी एक करोड़ के आसपास है. इसमें भारतीय यहूदियों की आबादी करीब एक लाख है. इजरायल मिडिल ईस्ट में भारत का भरोसेमंद दोस्त है. दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग एक मिसाल है.
इन मुल्कों में भी इंडियन
ईरान :5000
यमन : 10,500
तुर्की :3100
लेबनान: 1300
मिस्र :1249
सीरिया: 100
इराक: 234
फिलिस्तीन: 20-25
साइप्रस: 10000
अप्रवासी भारत को करते हैं मालामाल
अप्रवासी भारतीय हर साल भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा स्वदेश भेजते हैं. 2024 में ये आंकड़ा 130 अरब डॉलर रहा, इसमें 50 अरब डॉलर से ज्यादा रेमिटेंस इन्हीं मध्य पूर्व के देशों से आई. दुनिया में भारतीयों की संख्या 1 करोड़ 90 लाख के करीब है. इनमें से 50 फीसदी से ज्यादा इन्हीं मिडिल ईस्ट में हैं.