Israel : सीरिया की राजधानी दमिश्क में हुए इजरायल के जबरदस्त हवाई हमले से ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद रजा जाहेदी समेत सात सदस्यों की मौत हो गई है. जिसके बाद शुक्रवार ( 5 अप्रेल ) को इनके समर्थन में यहां हजारों की संख्या में लोगों ने इजराइल और अमेरिका विरोध के नारे लगाए. हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. साथ ही सीरिया की राजधानी को हिलाकर रख देने वाले इस हमले से ईरान सदमे में है और उसने कड़ी प्रतिक्रिया देने की कसम खाई है.
कई शहरों में हुए विरोध-प्रदर्शन
बताया जा रहा है, कि हमले में ईरान का वाणिज्य दूतावास नष्ट हो गया था. अधिकारियों के अनुसार, तेहरान के साथ-साथ ईरान के कई शहरों में भी विरोध-प्रदर्शन हुए, जिसके बाद ईरान के जवाबी कार्रवाई किये जाने की आशंका भी बढ़ गई है.
अधिकारियों के अनुसार सोमवार ( 1 अप्रेल ) को हुए इस हमले में चार सीरियाई नागरिकों और लेबनानी चरमपंथी हिजबुल्लाह समूह के एक सदस्य सहित 12 लोगों की मौत हुई थी.
इजराइल के हर हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा
बताया जा रहा है, कि ईरान की राजधानी तेहरान में प्रदर्शनकारी तेहरान विश्वविद्यालय की ओर बढ़े जहां रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर जनरल हुसैन सलामी ने लोगों को संबोधित किया. सलामी ने कहा कि इजराइल के किए गए हर हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा.
ईरान ने लगाया ये आरोप
ईरान ने आरोप लगाया है, कि यह हमला इजराइली बलों ने एफ-35 युद्धक विमानों का इस्तमाल करके किया था. दमिश्क में ईरानी राजदूत होसैन अकबरी ने हमले की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया और कसम खाई कि ईरान निर्णायक रूप से जवाब देगा. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, नासिर कनानी ने कहा कि ईरान जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार रखता है और जल्द ही कड़ा जवाब दिया जाएगा.