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सीरिया ने भरे चौराहे जिस इजरायली जासूस को सूली पर लटकाया, नेतन्‍याहू ने फिर उसकी कहानी क्‍यों सुनाई

Israel Spy Agency Mosad: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के जासूसों की कहानी रोंगटे खड़े करने वाली हैं. ऐसे ही एक जासूस को सीरिया में पकड़े जाने के बाद सरेआम चौराहे पर सूली पर लटका दिया गया था.

Israel Spy Eli Cohen
Israel Spy Eli Cohen
Amrish Kumar Trivedi|Updated: May 19, 2025, 12:05 PM IST
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Israel Spy Agency Mosad Secret Agent: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के दूसरे देशों में सीक्रेट ऑपरेशन किसी से छिपे नहीं है. दुश्मन को उनकी मांद में घुसकर मारना हो, अहम ठिकानों पर हमला करना हो या साइबर अटैक.. मोसाद का कोई मुकाबला नहीं है. मोसाद का ऐसा ही एक जासूस था एली कोहेन, जिसे इजरायल का 'जेम्स बॉन्ड' भी कहा जा सकता है. कोहेन ने इजरायल के दुश्मन देश सीरिया में पहचान छिपाकर सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स खुफिया एजेंसी तक पहुंचाए, लेकिन आखिरकार पकड़े गए. 60 साल पहले उन्हें सीरियाई सरकार ने सरेआम राजधानी दमिश्क के चौराहे में सूली पर लटका दिया था. 

इजरायल ने 1965 में कोहेन को फांसी के बाद उनके 2500 के करीब दस्तावेज और सामान सीरिया के संग्रहालय से निकाले हैं. खुद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इसकी घोषणा की है. खुफिया ऑपरेशन के जरिये सीरिया से ये डॉक्यूमेंट्स और कोहेन के निजी सामान वाले सूटकेस लाए गए. 

नेतन्याहू ने कुछ सामान कोहेन की विधवा के साझा किए हैं. इसमें उनकी कुछ रिकॉर्डिंग्स, फोटो और खुफिया दस्तावेज शामिल हैं, जो जनवरी 1965 में पकड़े जाने के दौरान सीरियाई सेना ने उनके पास से बरामद किए थे. इसमें कोहेन के हाथ से लिखे नोट्स, दमिश्क में उनके अपार्टमेंट की चाबी, पासपोर्ट और फर्जी पहचान पत्र शामिल हैं. नादिया कोहेन लंबे समय से उनके पति की इन मूल्यवान वस्तुओं को देश वापस लाने की गुहार लगाती रही हैं. 

कोहेन ने सीरिया के शीर्ष नेताओं और सेना के अफसरों के बीच अपनी पहुंच बना ली थी. वो सीरियाई रक्षा मंत्री के टॉप सलाहकार भी बन गए. 
ये 60 साल पहले इजरायल की बड़ी कामयाबी थी, जिसने सीरिया के टॉप सीक्रेट जानकारी उसके हाथ लगी. इससे इजरायल को 1967 के मध्य पूर्व युद्ध को तेजी से जीतने में मदद मिली. 

लेकिन कोहेन को एक दिन रेडियो के जरिये इजरायल तक सूचना पहुंचाते रंगेहाथों पकड़ लिया गया और 18 मई को उन्हें फांसी दे दी गई. उनके पार्थिव शरीर के अवशेष तक इजरायल को नहीं दिए गए. लेकिन इजरायल में कोहेन आज भी एक नेशनल हीरो से कम नहीं हैं. नेटफ्लिक्स पर 2019 में एली कोहेन पर एक वेबसीरीज  "The Spy" आई थी.

नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल कोहेन के अवशेष वापस लेने के लिए काम करता रहेगा. जैसे कि लेबनान में सीरियाई फौजों से लड़ाई के दौरान मारे गए एक इजरायली सैनिक के अवशेष करीब चार दशक बाद स्वदेश लाए गए थे. इजरायल और नेतन्याहू पूरी बेबाकी और बहादुरी से एली कोहेन को इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का सबसे महान एजेंट बताते हैं.

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