Malaysian shoe company faces backlash for logo: एक मलेशियाई जूता कंपनी की मुश्किलें उस समय बढ़ गई जब लोगों उसका विरोध करना शुरू कर दिया. कंपनी पर आरोप था कि जूते के तलवे में जो लोगो डिजाइन है, वह 'अल्लाह' शब्द जैसा दिखता है. फिर क्या था लोगों ने इस मामले को इतनी तेजी से बढ़ाया कि विवाद खड़ा हो गया. जिसके बाद कंपनी को माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा, हालांकि पुलिस जांच चल रही है. मलेशिया की घरेलू फुटवियर ब्रांड वर्न के खिलाफ आठ पुलिस रिपोर्ट दर्ज की गई हैं.
सीएनए के मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस महानिरीक्षक रजारुद्दीन हुसैन ने स्थानीय मीडिया को बताया कि कंपनी पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है. जिसकी जांच हो रही है. समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, तीन मिनट का एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें कथित तौर पर एक व्यक्ति यह दावा कर रहा है कि उसने जो वर्न कंपनी के जो जूते खरीदे थे, उनमें "अल्लाह" शब्द जैसा लोगो लगा हुआ था. जिसके बाद यह विवाद खड़ा हुआ.
पोस्ट लिखकर कंपनी ने मांगी माफी
वर्न ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए बयान में कहा, "किसी भी धर्म या विश्वास को नीचा दिखाने या अपमान करने के उद्देश्य से लोगो डिजाइन करने का हमारा कोई इरादा नहीं है." हम इस मामले में विनम्रतापूर्वक माफ़ी मांगना चाहेगा.
पुलिस ने जब्त किए 1100 जूते
पुलिस ने सोमवार को कहा कि उन्होंने वर्न के स्टोर से 1,100 से अधिक जूते जब्त किए हैं. मलेशिया में इस्लामिक मामलों को संभालने वाली एजेंसी इस्लामिक डेवलपमेंट विभाग ने कंपनी के संस्थापक एनजी चुआन हू को भी तलब किया है.
मुस्लिम वर्ग हुआ नाराज
स्थानीय स्टार इंग्लिश भाषा के समाचार पत्र ने एनजी के हवाले से कंपनी ने कहा कि उन्हें मुस्लिम समुदाय को हुई तकलीफ और ठेस पहुंचने पर हमें खेद है. उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मैं इस घटना से सीख लूंगा और भविष्य में अधिक सावधान और संवेदनशील रहूंगा."
उधर इस्लामिक विभाग ने कहा कि अगर सबूत मिले कि लोगो जानबूझकर अरबी में "अल्लाह" शब्द की नकल करने के लिए बनाया गया था, तो भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मलेशिया में 34 मिलियन में दो तिहाई मुस्लिम
मलेशिया में धर्म एक संवेदनशील मुद्दा है, जहां 34 मिलियन की आबादी में दो-तिहाई मुस्लिम हैं, जिनमें बड़ी संख्या में जातीय चीनी और भारतीय अल्पसंख्यक हैं. ईश्वर के लिए अरबी शब्द "अल्लाह" मलेशियाई मुसलमानों के लिए बहुत पवित्र है और कई लोगों को इस शब्द को जूते के तलवे में लिखना बेहद शर्मनाक लग