Namibia Announces UPI Rollout: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति नेतुम्बो नांदी-नदैतवाह के बीच बुधवार को अहम बैठक हुई. इस दौरान भारत और नामीबिया के बीच दो तरफा तालुकात को नई गति देने के लिए कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई, जिनमें डिजिटल तकनीक, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, हेल्थ, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज शामिल हैं. इस बैठक का एक बड़ा नतीजा यह रहा कि नामीबिया में जल्द ही भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम शुरू किया जाएगा. यह ऐलान उस समझौते के बाद किया गया है जो नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच अप्रैल 2024 में हुआ था. इस एग्रीमेंट्स के तहत भारत ने UPI तकनीक का लाइसेंस नामीबिया को दिया है. इसी के साथ भारत समेत नामीबिया UPI का इस्तेमाल करने वाला दसवां देश बन गया है.
अब नामीबिया के लोग भी डिजिटल भुगतान के लिए भारतीय तकनीक का इस्तेमाल कर पाएंगे, जिससे वहां की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे. दरअसल, पिछले साल अप्रैल में एनपीसीआई (National Payments Corporation of India) और बैंक ऑफ नामीबिया के बीच यूपीआई टेक्नोल़जी लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर हुआ था और साल के आखिर में नामीबिया में डिजिटल भुगतान प्रणाली शुरू करने की घोषणा की गई थी. नामीबिया से पहले भारत समेत इन सात देशों में UPI सक्रिय हैं, जिनमें यूएई, फ्रांस, भूटान, मॉरीशस, नेपाल, त्रिनिदाद और टोबैगो, सिंगापुर और श्रीलंका शामिल हैं.
दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद भारत और नामीबिया ने नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए और स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग पर एक अन्य समझौते पर हस्ताक्षर किए. नामीबिया भी भारत समर्थित सीडीआरआई (Coalition for Disaster Resilient Infrastructure) और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल हो गया है.
सीडीआरआई जलवायु और आपदा जोखिमों के प्रति बुनियादी ढांचे की क्षमता बढ़ाने के लिए काम करता है. इसमें राष्ट्रीय सरकारें, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और निजी क्षेत्र शामिल हैं. डेलीगेशन लेवल की बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-नामीबिया रिश्तों की पूरी समीक्षा की.
बैठक के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों में सहयोग हमारी चर्चा में प्रमुखता से शामिल हुआ.' उन्होंने आगे कहा, 'हमने व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स में संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की. प्रोजेक्ट चीता में नामीबिया की सहायता के लिए आभार व्यक्त किया.'
स्टेट हाउस में बातचीत के बाद दोनों पक्षों ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना, सीडीआरआई फ्रेमवर्क और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन फ्रेमवर्क शामिल हैं.
यह प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया की पहली और किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तीसरी यात्रा है. अपनी पांच देशों की यात्रा के आखिरी फेज में ब्राज़ील से नामीबिया पहुंचे मोदी ने हीरोज़ एकर स्मारक पर देश के फाउंडर सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. नुजोमा ने 1990 में नामीबिया को स्वतंत्रता दिलाई और 15 सालों तक इसके पहले राष्ट्रपति रहे.
प्रधानमंत्री मोदी ने नुजोमा को एक दूरदर्शी नेता के रूप में याद किया, जिन्होंने अपना जीवन नामीबिया की स्वतंत्रता के संघर्ष के लिए समर्पित कर दिया. वहीं, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'स्वतंत्र नामीबिया के पहले राष्ट्रपति के रूप में, नुजोमा ने देश के राष्ट्र निर्माण में प्रेरणादायक योगदान दिया. उनकी विरासत दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती रहती है. नुजोमा भारत के एक महान मित्र थे.'
राष्ट्रपति नंदी-नदैतवाह के निमंत्रण पर नामीबिया की यात्रा पर आए मोदी ने देश को अफ्रीका में एक 'मूल्यवान और विश्वसनीय साझेदार' बताया है. इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का स्टेट हाउस में औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उन्हें 21 तोपों की सलामी भी दी गई.