Pakistan News in Hindi: पाकिस्तानी सेना का पहलगाम हमले के जरिये भारत पर निशाना साधने और अपने देश में पकड़ मजबूत करने का दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है. पाकिस्तान में सेना के अफसरों और जवानों के बीच इस्तीफों की झड़ी लगी है. करीब 4500 जवान और अफसर नौकरी छोड़ मैदान से भाग खड़े हुए हैं. इससे सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर के हाथ पांव फूलने लगे हैं. आनन-फानन में पाक सेना ने रिटायर हो चुके सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला कर लिया है. कहा जा रहा है कि 40 लाख भूतपूर्व सैनिकों को मोर्चा संभालने के लिए वापस बुलाया जा रहा है.
खुद पाकिस्तानी पत्रकार जावेद चौधरी ने ये दावा किया है. उनका कहना है कि नई पीढ़ी के युवा पाकिस्तानी सेना में जाने की जोश जज्बा औऱ जुनून नहीं दिखा रहे. पिछले 10-15 सालों में पाकिस्तानी सेना की जो साख गिरी है, उसके बाद फौज में नौकरी कर देश सेवा करने का मोहभंग पाकिस्तानी की नई पीढ़ी में में हो रहा है.
मजबूरी में पाकिस्तान में रिटायर्ड सैनिकों को वापस सेना में भर्ती शुरू किया गया है. एक्स सर्विस मैन सोसाइटी के सदस्यों को पाकिस्तानी फौज दोबारा ज्वाइन करने को कहा गया है. सूत्रों के अनुसार पाक सेना पूर्वी सीमा के पास तैनात करने के लिए सेवानिवृत्त सैनिकों को वापस बुला रही है. कोई नई भर्ती नहीं की जा रही है. नए सैनिकों को सैलरी देने के पैसे भी सरकार के पास नहीं है.भारत के साथ मौजूदा तनाव के बीच पाकिस्तान सेना ने एक ही झटके में 40 लाख सेवानिवृत्त सैनिकों को वापस बुला लिया है.
पाक सेनाध्यक्ष का गेम ओवर! आर्मी अफसरों के ताबड़तोड़ इस्तीफे से हिली फौज, बगावत के आसार
सैनिकों के इस्तीफों की झड़ी
भारत की ओर से जवाबी हमले की तैयारी के बीच पाकिस्तान में सेना के अफसर और सैनिक इस्तीफे दे रहे हैं. पाकिस्तान में करीब 4500 सेना के कमांडर और सैनिक नौकरी छोड़ चुके हैं.दावा किया जा रहा है कि पहलगाम हमले में मदद करने वाली पाक फौज और आईएसआई को ये दांव उल्टा पड़ रहा है. सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर का खेल उल्टा पड़ गया है.
सीमा पर मोर्चा कौन संभालेगा
कहा जा रहा है कि मुनीर ने पाकिस्तान में अपनी ताकत मजबूत करने और फौज की साख बचाने के लिए कई साजिशें रची हैं. पहलगाम हमले के पीछे भी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ है.अमेरिकी अधिकारी पहले ही जनरल मुनीर पर सवाल उठा रहे हैं.भारत-पाक बॉर्डर की सुरक्षा कमान 11वीं कोर के टॉप कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उमर अहमद बुखारी ने सैन्य मुख्यालय को बड़ी जानकारी भेजी है. इसमें ताबड़तोड़ त्यागपत्रों से सैनिकों की कमी की बात कही गई है.