China News: चीन में एक ब्लॉगर ने हैरतअंगेज काम किया जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा है. बता दें कि कॉन्ट्रैक्ट से बाहर निकलने के लिए ब्लॉगर ने अपने बॅास पर यौन उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाया. हालांकि वो मुकदमा हार गई. जिसके बाद 30 मिलियन से अधिक फॅालोअर्स वाली ब्लॉगर को सोशल मीडिया पर प्रतिबंधित कर दिया गया है. जानिए क्या है पूरा मामला.
किया मुकदमा
ब्लॉगर को जियाओहुइजुन से पहचाना जाता है, कॉस्प्ले समुदाय में प्रसिद्ध थी. उसका असली लियू है. बता दें कि 2020 के अंत में, उसने अपनी एजेंसी किनहुआंगदाओ चिडू एंटरटेनमेंट के मालिक सन हाओयू पर यौन उत्पीड़न करने और मनमाने दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए वीडियो जारी किए. इसके बाद सन ने आरोपों से इनकार किया और लियू के खिलाफ मुकदमा दायर किया.
जीत लिया केस
इसके बाद वीडियो न्यूज वेबसाइट पीयर वीडियो की रिपोर्ट के अनुसार, सन ने घोषणा कि कि उसने केस जीत लिया है. इसके अलावा लियू को दो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंधित कर दिया गया और सन को 600,000 युआन (यूएस$82,000) का मुआवजा देने का आदेश दिया गया. साथ ही साथ बता दें कि मुकदमे से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 60,000 युआन का भुगतान करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा लियू को छह महीने के भीतर सन से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने के लिए भी कहा गया. उनके सोशल मीडिया अकाउंट प्रतिबंधित थे, इसलिए उन्हें माफी मांगने के लिए राष्ट्रीय मीडिया आउटलेट ढूंढ़ना चाहिए.
लगाया था आरोप
आगे बोलते हुए सन ने कहा कि मैं अपने दर्शकों से कहना चाहूंगा कि अगर आप मेरे जैसे हालातों का सामना करते हैं, तो कृपया अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानूनी हथियारों का इस्तेमाल करें. लियू ने पहले भी सन पर ऑनलाइन चैट के दौरान यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. जबकि सन ने अपनी शिकायत से इनकार किया. हालांकि लियू ने लाइव-स्ट्रीमिंग सत्र में आंसुओं के साथ अपना बचाव करते हुए कहा था कि आपको लगता हैकि मैं चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रही हूँ? मैं 22 साल की हूँ और मैं कुंवारी हूँ. मैं अपनी मासूमियत को बर्बाद करने के लिए इस तरह का काम कभी नहीं करूंगी.
पहले भी कर चुकी हैं हरकत
MY News के मुताबिक सन द्वारा दायर इस मुकदमे से पहले, उनकी कंपनी ने भी 2021 में लियू पर मुकदमा दायर किया था. इससे पहले जून 2022 में, उत्तरी हेबेई प्रांत के किंगहुआंगदाओ की एक अदालत ने फैसला सुनाया कि लियू द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप मनगढ़ंत थे. अदालत के फैसले में कहा गया कि वह कंपनी को उनके कांट्रैक्ट को रद्द करने के लिए भुगतान की जाने वाली लागत को कम करने के लिए मजबूर करने के लिए जनता की राय का उपयोग कर रही थी. इसके बाद लियू को कंपनी को मुआवजे के रूप में 50,000 युआन (US$6,900) का भुगतान करने और माफी मांगने का भी आदेश दिया गया. लेकिन सन ने कहा कि उसने कभी भी उनसे या उनकी कंपनी से माफ़ी नहीं मांगी. इसे लेकर सन ने कहा कि यौन उत्पीड़न की अफवाहों के कारण पिछले पांच सालों में उनकी कंपनी को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.