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DNA: इजरायल Vs ईरान या इजरायल Vs इस्लाम? खामेनेई के बाद क्या पाकिस्तान पर बरपेगा नेतन्याहू का कहर!

Islam Vs Israel: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध को अब इजरायल वर्सेस मुस्लिम देश बनाने की कोशिश हो रही है, जिसमें दुनिया के मुस्लिम देशों से एक साथ मिलकर इजरायल का मुकाबला करने की अपील हो रही है. 

DNA: इजरायल Vs ईरान या इजरायल Vs इस्लाम? खामेनेई के बाद क्या पाकिस्तान पर बरपेगा नेतन्याहू का कहर!
Rachit Kumar|Updated: Jun 15, 2025, 12:04 AM IST
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Israel-Pakistan War: इजरायल की सेना का फोकस अभी ईरान पर है लेकिन इजरायल का खौफ इस समय पाकिस्तान में फैल चुका है. पाकिस्तान से ऐसी खबरें आ रही हैं कि नेतन्याहू ने ईरान के बाद पाकिस्तान को अपना अगला टारगेट बना लिया है. 

यानी ईरान को जंग में हराने के बाद पाकिस्तान पर अटैक शुरू हो जाएगा. इस बारे में आपको बताएंगे. साथ ही ये भी खुलासा करेंगे कि मुस्लिम देशों के बीच इजरायल को टक्कर देकर खलीफा बनने की होड़ क्यों शुरू हो गई है. और कैसे इजरायल वर्सेज ईरान को इजरायल वर्सेज इस्लाम में बदलने की साजिश की जा रही है. लेकिन उससे पहले पाकिस्तान का खौफ समझ लीजिए.

हो रही इजरायल से मुकाबले की अपील

ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध को अब इजरायल वर्सेस मुस्लिम देश बनाने की कोशिश हो रही है, जिसमें दुनिया के मुस्लिम देशों से एक साथ मिलकर इजरायल का मुकाबला करने की अपील हो रही है. और अपील करनेवाले देश का नाम है पाकिस्तान. इस्लामाबाद खुद को दुनिया की सबसे बड़ी इस्लामिक ताकत समझता है और ईरान के नाम पर मुस्लिम देशों को अपने साथ लाना चाहता है. 

जबकि सच्चाई ये है कि जिस मिडिल ईस्ट में ये जंग चल रही है वहां के ज्यादातर मुस्लिम देश भी इस जंग से दूर हैं. कोई भी इजरायल के हमलों में दखल देना नहीं चाहता है. हालांकि ईरान के बॉर्डर पर मौजूद पाकिस्तान अब मुस्लिम देशों को एक करने के सपने देख रहा है. पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने ईरान पर हुए हमले की निंदा की और तेहरान का साथ देने का ऐलान भी किया. ख्वाजा आसिफ ने मुस्लिम देशों से कहा कि अगर वो एकजुट ना हुए तो इजरायल सबसे साथ ऐसा ही करेगा.

खुद को नायक बनाना चाहते हैं शहबाज

आप इस बयान का मतलब अगर ये समझ रहे हैं कि पाकिस्तान की सरकार या सेना अब इजरायल का मुकाबला करने जा रही है. तो आप गलती कर रहे हैं. ये सिर्फ एक बयानबाजी है जो पाकिस्तानी जनता के सामने शहबाज सरकार खुद को नायक बनाने के लिये कर रही है. पाकिस्तान और ईरान की सीमा एक है. शहबाज शरीफ चाहें तो इजरायल के हमलों के खिलाफ ईरान की मदद कर सकते हैं.

लेकिन अमेरिका के इशारों पर चलनेवाला पाकिस्तान ऐसा करने की सोच भी नहीं सकता है. पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर का जो बयान आपने सुना, उससे दो कदम आगे का बयान पाकिस्तानी मीडिया में चल रहा है, जहां दावे किये जा रहे हैं कि अब इजरायल के लड़ाकू विमानों और मिसाइलों का टारगेट पाकिस्तान बनने जा रहा है. 

इजरायल ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों को तबाह करने का बनाया था प्लान

पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने दावा किया है कि इजरायल ने उसके परमाणु ठिकानों पर हमला करने का प्लान बनाया था. ऐसी खबरें पहले कई बार सामने आई हैं जिसमें कहा गया कि 80 के दशक में इजरायल ने भारत को एक प्लान ऑफर किया था. जिसमें इजरायल के लड़ाकू विमानों को भारत से टेक ऑफ करने में मदद दी जाती और इसके बदले में इजरायल के लड़ाकू विमान पाकिस्तान के कहूटा न्यूक्लियर प्लांट पर हमला करके उसे तबाह कर देते. 

इससे पहले कुछ पश्चिमी देशों के मिलिट्री एक्सपर्ट भी ऐसा दावा कर चुके हैं. हालांकि अगर उस समय पाकिस्तान का न्यूक्लियर रिएक्टर तबाह कर दिया जाता तो पाकिस्तान कभी न्यूक्लियर बम नहीं बना पाता और इस समय इस्लामाबाद को डर है कि ईरान की तरह उसके परमाणु अड्डे भी तबाह किये जा सकते हैं. 

वैसे ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान की सेना ने जिस तरह से सरेंडर किया. उसको देखकर ये तय है कि अगर इजरायल की सेना ने पाकिस्तान पर हमला किया तो इस्लामाबाद बिना लड़े ही आत्म-समर्पण कर देगा. हालांकि पाकिस्तान की कोशिश है कि इजरायल का बार-बार नाम लेकर वो इस्लामिक देशों का नया लीडर बन जाये. नया खलीफा बन जाए. हालांकि इसके लिये डिप्लोमेसी की जरूरत होगी.लेकिन पाकिस्तान के पास सिर्फ कटोरा पॉलिसी है, इसलिये ऐसा होने की संभावना ना के बराबर है.

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