Balochistan Independence: धीरे-धीरे बलोचिस्तान की आजादी की मांग तेजी पकड़ रही है और यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय हो चुका है. इसी कड़ी में बलोच अमेरिकन कांग्रेस के अध्यक्ष तारा चंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला खत लिखकर बलोचिस्तान की आजादी के लिए ठोस समर्थन मांगा है. उन्होंने पाकिस्तान पर बलोचों के खिलाफ नरसंहार अपहरण और यातना जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. तारा चंद ने कहा कि बलोचों की दशकों पुरानी पीड़ा को अब अंतरराष्ट्रीय समर्थन की जरूरत है और भारत उनके लिए उम्मीद की किरण बन सकता है. इस दौरान उन्होंने लाल किले का ऐसा जिक्र किया कि पाकिस्तान को तगड़ी मिर्ची लग सकती है.
पाकिस्तान की सेना जो कर रही है वह नरसंहार
असल में बलोच अमेरिकन कांग्रेस के अध्यक्ष तारा चंद ने सोशल मीडिया पर इस पत्र को शेयर करते हुए लिखा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है ताकि वे आजाद बलोचिस्तान के लिए ठोस समर्थन दें. पाकिस्तान की सेना बलोचों के साथ जो कर रही है वह नरसंहार है. आजाद बलोचिस्तान भारत के लिए भी शांति का रास्ता बन सकता है. उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि वे वैश्विक मंचों से पाकिस्तान द्वारा बलोचों पर किए जा रहे अत्याचारों की गूंज उठाएं.
लाल किले से बलोचिस्तान का जिक्र
उन्होंने पीएम मोदी के 2016 के स्वतंत्रता दिवस भाषण का खास जिक्र किया जब मोदी ने पहली बार लाल किले से बलोचिस्तान का जिक्र किया था. तारा चंद ने इसे बलोच समुदाय के लिए एक टर्निंग पॉइंट बताया जिसने उन्हें वैश्विक समर्थन की उम्मीद दी थी. उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान 1948 में ब्रिटिशों के बनाए नक्शे से बना. वह तब से बलोचिस्तान पर कब्जा जमाए हुए है और वहां लोगों को जबरन गायब किया जाता है. मारा जाता है और उनके गांव बमबारी से तबाह किए जाते हैं.
सिंधु जल संधि पर सख्त रुख की सराहना
चीन की भूमिका पर भी उन्होंने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की दबंगई को अब चीन जैसे औपनिवेशिक सोच वाले देश का समर्थन मिल रहा है जिससे बलोचिस्तान की स्थिति और खराब हुई है. तारा चंद ने भारत की सिंधु जल संधि पर सख्त रुख की सराहना की और कहा कि जब खून बह रहा हो तब पानी नहीं बह सकता. उन्होंने इसे पाकिस्तान के खिलाफ स्ट्रेटजिक मास्टरस्ट्रोक बताया.
I have written a letter to Prime Minister Modi which is attached in the tweet. Urging @narendramodi to lend meaningful support for a free #Balochistan! The Baloch people face oppression and genocide under Pakistan's regime. A free Balochistan would be a blessing for… pic.twitter.com/UnNJJk1dRd
— Dr. Tara Chand (@drtchand) May 23, 2025
बता दें कि हाल ही में बलोच नेता मीर यार बलोच ने इस महीने बलोचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र घोषित किया. उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तानी नहीं बलोचिस्तानी हैं. पाकिस्तान के असली लोग पंजाब में रहते हैं जहां कभी बम नहीं गिरे. मीर यार ने भारत के पीओके पर रुख का समर्थन करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह पाकिस्तान से कब्जे वाले सभी क्षेत्रों को खाली करवाने की मांग करे.