Where is Masood Azhar: पाकिस्तान की एक और पैंतरेबाजी वाली सफाई सामने आई है. भारत के संसद पर हमले का मास्टरमाइंड.. मुंबई 26/11 फिर पठानकोट और पुलवामा जैसे हमलों का गुनाहगार खूंखार आतंकी मसूद अजहर के बारे में पाकिस्तानी मंत्री को नहीं पता है. मसूद अजहर पर जब सवाल हुआ तो पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने हाथ झाड़ लिए. उन्होंने अल जजीरा को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान को नहीं पता अजहर कहां है. इतना ही नहीं बिलावल ने इसका ठीकरा अफगानिस्तान पर फोड़ दिया.
'उसके अफगानिस्तान से पुराने संबंध'
असल में ये वही मसूद अजहर है जिसे 1999 में कंधार विमान अपहरण के बाद छोड़ा गया था. बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी PPP के मुखिया हैं और सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा भी हैं. उन्होंने कहा कि अगर भारत मसूद अजहर के पाकिस्तान में होने की जानकारी देगा तो इस्लामाबाद उसे गिरफ्तार करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि हमने अजहर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन न तो उसका कोई पता चला और न ही हम उसे पहचान पाए. उसके अफगानिस्तान से पुराने संबंध हैं इसलिए हमें लगता है कि वह वहीं है.
'हाफिज सईद पाकिस्तान में आजाद नहीं'
हैरानी की बात ये है कि बिलावल ने ये भी दावा किया कि लश्कर-ए-तैयबा का सरगना हाफिज सईद पाकिस्तान में आजाद नहीं है. जबकि अंतरराष्ट्रीय मीडिया और भारतीय एजेंसियों के अनुसार वह पाकिस्तान में खुला घूमता रहा है. बिलावल ने कहा कि भारत अगर आतंकवाद पर सहयोग चाहता है तो उसे अपने इनपुट देने चाहिए. जैसे अन्य देशों के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग में होता है.
भारत पहले ही मसूद अजहर और हाफिज सईद को सौंपने की मांग पाकिस्तान से कई बार कर चुका है. लेकिन इस्लामाबाद हर बार बहानेबाज़ी करता रहा है. अब जब भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर चलाकर बहावलपुर और मुरिदके में जैश और लश्कर के ठिकानों पर कार्रवाई की तो मसूद अजहर ने खुद दावा किया कि उसके 10 रिश्तेदार और 4 सहयोगी मारे गए. इसका मतलब साफ है कि अजहर पाकिस्तान में ही है.
उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल
बिलावल भुट्टो ने सिंधु जल संधि पर भी उकसाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया था. उन्होंने यहां तक कह डाला था कि अगर पाकिस्तान को पानी नहीं मिला तो या तो पानी बहेगा या खून. इस पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने करारा जवाब दिया था कि उसे कहो जाकर पानी में कूद जाए. लेकिन जब पानी ही नहीं होगा तो कूदेगा कहां. फिलहाल पाकिस्तान की और दोहरी नीति सामने आई है. सबको पता है कि मसूद पाकिस्तान में ही है.