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भारत से 3777 किमी दूर इस देश में लगी तलाक की झड़ी, ऑनलाइन अपॉइंटमेंट का हुआ IRCTC जैसा हाल, दलालों की आ गई मौज

Divorced In China: चीन की धीमी होती अर्थव्यवस्था की वजह से शादीशुदा लोगों पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है, जिससे रिश्तों में दरारें आ रही हैं. यही कारण है कि तलाक के भी मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे एजेंट सोशल मीडिया पर तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं और गाढ़ी कमाई कर रहे हैं.  

भारत से 3777 किमी दूर इस देश में लगी तलाक की झड़ी, ऑनलाइन अपॉइंटमेंट का हुआ IRCTC जैसा हाल, दलालों की आ गई मौज
Md Amjad Shoab|Updated: Jun 17, 2025, 07:13 PM IST
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China Demographic Crisis: चीन में तलाक की प्रक्रिया काफी मुश्किल हो गई है. ऐसे में लोग इसके लिए प्रोफेशनल्स की मदद ले रहे हैं. इससे लोगों को रोजगार भी मिल रहा है.  ऐसे ही एक महिला ने इस काम को अपना साइड बिज़नेस बना लिया है और अच्छी कमाई कर रही हैं. एक मेडिकल ऑफिस में काम करने वाली 30 साल की चिन मेंग हर रात 12 बजे से पहले उठती हैं और अपने ग्राहकों के लिए सरकारी वेबसाइट पर तलाक के सर्टिफिकेट का फॉर्म भरती हैं. फिर ठीक वक्त पर एकदम घंटे की शुरुआत में, “कन्फर्म” बटन दबाती हैं. इस दौरान अगर कुछ सेकंड की भी देरी हो जाए, तो उस दिन के सारे स्लॉट तुरंत खत्म हो जाते हैं. इसलिए लोग उससे ही तलाक फॉर्म भरवाते हैं. किन इस काम के लिए 400 युआन (लगभग 4,700 रुपये) लेती हैं.

चीन में लगातार तलाक के बढ़ते मामले को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश की धीमी होती अर्थव्यवस्था की वजह से शादीशुदा लोगों पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है, जिससे रिश्तों में दरार आ रही है. यही कारण है कि तलाक के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे एजेंट सोशल मीडिया पर तेजी से पॉपुलर हो रहे हैं.

हालांकि, चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा 2024 के लिए तलाक की दर की घोषणा अभी तक नहीं की गई है, लेकिन अमेरिका में विस्कॉन्सिन-मैडिसन यूनिवर्सिटी के एक चीनी जनसांख्यिकीविद् और सीनियर वैज्ञानिक यी फुक्सियन को उम्मीद है कि यह प्रति 1,000 लोगों पर 2.6 तक पहुंच जाएगी, जबकि कोविड-19 महामारी के दौरान यह 2.0 के निचले स्तर पर थी. इसकी तुलना जापान में 1.5 और दक्षिण कोरिया में 1.8 की सबसे हालिया दरों से की जा सकती है.

आर्थिक मंदी और बढ़ती बेरोजगारी
एक्सपर्ट्स ने कहा कि 'हाल के सालों में चीन की आर्थिक मंदी और युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी दर ने परिवारों की आर्थिक क्षमता को कम कर दिया है, पारिवारिक संघर्षों को बढ़ा दिया है और इसके परिणामस्वरूप तलाक की दर में वृद्धि हुई है.' जबकि अर्थव्यवस्था लगभग 5 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, चीनी परिवार नौकरी की सुरक्षा और लम्बे समय से चले आ रहे संपत्ति संकट के प्रभाव के बारे में चिंता के कारण अधिक बचत कर रहे हैं.

35 लोगों की मौत
आर्थिक विकास का ज्यादातर हिस्सा निर्यात पर निर्भर रहा है, लेकिन अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित चीनी कंपनियों ने लागत कम करने के लिए नौकरियों में कटौती की है या वेतन में कमी की है, जबकि लाखों नए यूनिवर्सिटी   में स्नातकों को काम पाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. बढ़ते वित्तीय दबाव की चर्चा 2024 में तब सामने आई जब एक ड्राइवर ने अपनी कार भीड़ में घुसा दी, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई, जो हाल के इतिहास में देश का सबसे घातक हमला था. जांच में पता चला कि ड्राइवर अपने तलाक के समझौते से नाराज़ था.  इसकी वजह से उसने इतना बड़ा कदम उठाया. अदालत ने ड्राइवर को मौत की सज़ा सुनाई है.

रेजिस्ट्रेशन से हो रही गाढ़ी कमाई
चीन में कपल्स को तलाक के रेजिस्ट्रेशन के लिए नागरिक मामलों के विभाग की वेबसाइट पर दो बार जाना पड़ता है.  लेकिन अब ये मांग बढ़ गई है. यही कारण है कि किन जैसे एजेंट 50 युआन से लेकर 999 युआन तक की कीमत पर अपनी सेवाओं का प्रचार करते हैं. किन इससे गाढ़ी कमाई की है. उन्होंने बताया कि उनकी रोज़ाना की नौकरी से मिलने वाले मासिक वेतन का करीब आधा है. किन कहते हैं, 'अर्थव्यवस्था अच्छी नहीं है, इसलिए काम पर ज़्यादा दबाव है और शादी में ज़्यादा संघर्ष है. तलाक की दरें बढ़ती रहेंगी.'

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