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दुश्मनों के पावर हाउस में छा जाएगा अंधेरा! चीन ने दिखाया ग्रेफाइट बम; उड़ीं अमेरिका की हवाइयां

China News: चीन अपनी आधुनिक तकनीक की वजह से हर किसी को हैरान करता है. एक बार फिर चीन ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया है जिससे हर कोई हैरान है. इसमें एक नए ग्रेफाइट बम को दिखाया गया है जो बेहद ही खतरनाक है.

दुश्मनों के पावर हाउस में छा जाएगा अंधेरा! चीन ने दिखाया ग्रेफाइट बम; उड़ीं अमेरिका की हवाइयां
Abhinaw Tripathi |Updated: Jun 29, 2025, 10:58 PM IST
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China News: चीन अपनी आधुनिक तकनीक की वजह से हर किसी को हैरान करता है. खुद को हर क्षेत्र में मजबूत बनाने के लिए चीन नए- नए प्रयोग कर रहा है. इसी बीच चीन के सरकारी चैनल ने एक ऐसा वीडियो शेयर किया है जिससे लोग दंग रह गए हैं. इसमें एक नए ग्रेफाइट बम को दिखाया गया है जो बेहद ही खतरनाक है. यह दुश्मन के बिजलीघरों को नष्ट करने की क्षमता रखता है और जहां पर इसका लक्ष्य रहता हैं वहां पर बिजली की कमी पैदा कर सकता है. 

इस शक्तिशाली बम वीडियो भी शेयर किया गया है, जिसमें दिखाया गया है कि इस हथियार को जमीन से लॉन्च किया जा रहा है और जैसे ही ये हवा में जाता है ये करीब 90 सिलेंडर जैसे हिस्सों में बंट जाता है और जब से बंटे हुए हिस्से फटते हैं तो ये कार्बन छोड़ते हैं. ये कार्बन इतने ज्यादा शक्तिशाली होते हैं कि बिजली के उपकरणों में  शॉर्ट-सर्किट पैदा कर देते हैं और ये अपने रडार में लगभग 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्र को ले सकते हैं. इसकी चपेट में आने के बाद दुश्मनों के कंट्रोल सिस्टम पूरी तरह से ठप हो सकते हैं.

MY न्यूज के मुताबिक इस हथियार को लेकर कहा जा रहा कि इसे चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन ने बनाया है. हालांकि अभी तक इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. इसे रहस्यमयी मिसाइल भी कहा जा रहा है, इसके रेंज के बारे में कहा जा रहा कि ये 290 किमी है और वारहेड का वजन 490 किग्रा है. इसे बिजली घरों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बनाया गया है. ये बिल्कुल ग्रेफाइट बम से मिलता- जुलता है.

बता दें कि साल 2017 में एक विशेषज्ञ चेन चुंडी ने कहा था कि ग्रेफाइट बम चीनी सेना के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं. ऐसे में ये चीन के नए उपयोग की तरह देखा जा रहा है. ये बम बिजली के ढांचे को निशाना बनाकर दुश्मन के सिस्टम को पंगु बना सकते हैं. इससे पहले अमेरिका ने इराक और कोसोवो में  BLU-114/B ग्रेफाइट बमों का इस्तेमाल किया था. जिसकी वजह से वहां के बिजली केंद्रो को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा था. ऐसे में चीन के इस बम को लेकर भी काफी ज्यादा चर्चा हो रही है.

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