China Vs America: अमेरिका और चीन में ट्रेड वॉर चरम पर है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर कर बढ़ाकर 125% कर दिया है. इसे लेकर अब चीन फिर से यूएसए को चेतावनी दे डाली है. ड्रैगन ने कहा कि वो आराम से नहीं बैठेगा. बीजिंग ने गुरुवार को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिकी टैरिफ 'पूरी दुनिया के खिलाफ़' हैं और नियम-आधारित मल्टीलेटरल ट्रेडिंग सिस्टम को गंभीर रूप से नुकसान होगा.
रॉयटर्स के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अमेरिकी मुद्दे को लोगों का समर्थन नहीं मिलेगा और यह असफल हो जाएगा.' लिन ने आगे कहा, 'चीन चुपचाप नहीं बैठेगा और चीनी लोगों के वैध अधिकारों और हितों को वंचित नहीं होने देगा.' इस बीच, चीन के वाणिज्य मंत्रालय की प्रवक्ता हे योंगकियान ने बढ़ते व्यापार युद्ध में अमेरिका से 'आधे रास्ते' पर आने का आग्रह किया. साथ ही, अगर दोनों देशों में समझौता नहीं हो पाता है तो आखिर तक लड़ने का वादा किया.
'बातचीत का दरवाजा खुला है'
रिपोर्ट के मुताबिक, हे योंगकियान ने कहा, 'बातचीत का दरवाजा खुला है, लेकिन यह पारस्परिक सम्मान पर आधारित होना चाहिए और समान तरीके से संचालित होना चाहिए.'
चीन पर ट्रंप का टैरिफ
चीन की यह प्रतिक्रिया डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्यापार भागीदारों पर उच्च टैरिफ पर 90 दिनों की रोक की घोषणा के एक दिन बाद आई है, जबकि उन्होंने चीन पर शुल्क बढ़ाकर 125% कर दिया है. जिसकी वजह से दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच टकराव और बढ़ गया है.
सोशल मीडिया पर पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि वह कई अन्य व्यापारिक साझेदारों पर अपने 'पारस्परिक टैरिफ' को रोक रहे हैं, क्योंकि उन्होंने जवाबी कार्रवाई करने के बजाय बातचीत के लिए हाथ बढ़ाया है. उन्होंने चीन पर 'सम्मान की कमी' का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, 'विश्व के बाजारों के प्रति चीन द्वारा दिखाए गए अनादर के आधार पर, मैं संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए जाने वाले टैरिफ को तत्काल प्रभाव से बढ़ाकर 125% कर रहा हूं.'उन्होंने कहा, 'किसी समय, उम्मीद है कि निकट भविष्य में, चीन को यह एहसास हो जाएगा कि अमेरिका और अन्य देशों को लूटने के दिन अब टिकाऊ या स्वीकार्य नहीं हैं.'