1983 में आई मशहूर फिल्म 'सदमा' ने लोगों के दिमाग गहरी छाप छोड़ी थी. कमल हासन (सोमू) और श्रीदेवी (रेशमा) की शानदार अदाकारी के लिए पहचानी जाने वाली इस फिल्म में श्रीदेवी के साथ एक ऐसा हादसा हो जाता है कि उनकी दिमागी हालत छोटे बच्चों जैसी हो जाती है. इसी जिद्दोजहद के बीच उसकी जिंदगी में सोमू की एंट्री होती है और जिसे सोमू उसकी देखभाल करता है, नहलाता है, खाना खिलाता है और स्कूल भी नहीं जाता, ताकि वह उसे अकेले न छोड़े. धीरे-धीरे उनके बीच एक गहरा रिश्ता बनता है. मां-बच्चे, भाई-बहन और कहीं-कहीं एक भावनात्मक प्रेम जैसा भी. यह सब हम आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि बिल्कुल ऐसी घटना असल जिंदगी में सामने आई है.
घटना चीन के झेजियांग राज्य में रहने वाले 38 साल के शेन लैन ने सच्चे प्यार की मिसाल पेश की है. शेन लैन ने पिछले दस सालों से वह अपनी मंगेतर ली मेई की देखभाल बिल्कुल सोमू की तरह ही कर रहे हैं. शेन की मंगेतर की एक एक सड़क हादसे में मानसिक हालत फिल्म की रेशमा की तरह एक पांच साल की बच्ची जैसी हो गई थी. यह घटना साल 2014 में हुई थी, तब शेन और ली की शादी होने वाली थी लेकिन शादी से कुछ दिन पहले इस भयानक हादसे ने दोनों के सपनों का रुख ही बदल दिया.
डॉक्टरों ने शेन की मंगेतर को लेकर तीन बार क्रिटिकल कंडीशन की वॉर्निंग भी दी है. डॉक्टरों के मुताबिक ली के दिमाग के बाएं हिस्से को गहरी चोट पहुंची थी. डॉक्टरों ने शेन से साफ कहा कि अगर ली की जान बच भी गई, तो वह शायद कोमा में ही रहेंगी या कभी सामान्य जीवन नहीं जी पाएंगी, लेकिन शेन ने हार नहीं मानी. उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि चाहे कुछ भी हो, ली को बचाइए – बाकी वह संभाल लेंगे.
तीन महीने बाद ली ने होश में आना शुरू किया लेकिन उनका मानसिक स्तर एक छोटे बच्चे जैसा रह गया – वह चीजें भूलने लगीं, सही से बोल नहीं पाती थीं और हर रोज की चीजो को समझना उनके लिए मुश्किल था. शेन ने पिछले 10 सालों में न सिर्फ अपनी मंगेतर ली की देखभाल की, बल्कि उन्हें हर दिन जीना सिखाया – जैसे मां-बाप अपने बच्चे को सिखाते हैं. आज भी वह उनके साथ हैं, उम्मीद और प्यार के साथ.