Pakistan News: पूर्व पाकिस्तानी सेना अधिकारी मेजर (रिटायर्ड) आदिल राजा ने पाकिस्तानी सेना और ISI पर कड़ा हमला बोला है. उनका कहना है कि इन संस्थाओं द्वारा विदेशी कानूनी व्यवस्था का इस्तेमाल उन लोगों को चुप कराने के लिए किया जा रहा है, जो पाकिस्तान से बाहर रहकर सरकार या सेना की आलोचना करते हैं.
पूर्व पाकिस्तानी सेना अधिकारी राजा ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और आईएसआई मिलकर विदेशों में रहने वाले विरोधियों को चुप कराने की साजिश रच रहे हैं. राजा का कहना है कि यह काम SLAPP यानी सार्वजनिक भागीदारी के खिलाफ रणनीतिक मुकदमा जैसी कानूनी प्रक्रिया के जरिए हो रहा है. इस तरह के मुकदमे अक्सर इसलिए किए जाते हैं ताकि आलोचकों को डराया जा सके और उन्हें चुप रहने पर मजबूर किया जा सके।
राजा ने इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में दावा किया कि यूके (ब्रिटेन) में ISI के पंजाब सेक्टर के कमांडर ब्रिगेडियर राशिद नासिर ने उन पर मानहानि का केस किया है. लेकिन उनके मुताबिक, इसके पीछे असली mastermind जनरल असीम मुनीर हैं.
राजा ने यह भी कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि यह एक बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा कैंपेन है, जिससे उन सभी आवाजों को दबाया जा सके जो सेना और सरकार के खिलाफ सच्चाई बोल रही हैं. राजा ने 21 जुलाई को लंदन की एक अदालत में अपने मुकदमे की सुनवाई शुरू होने से कुछ दिन पहले कहा, 'यह पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान और उसकी खुफिया शाखा ISI द्वारा मेरे खिलाफ शुरू की गई कानूनी लड़ाई का हिस्सा है. ब्रिटेन में निर्वासित जीवन जी रहे राजा ने इंडिया टुडे को बताया कि ब्रिटेन की आतंकवाद निरोधी पुलिस द्वारा नौ महीने की जांच के बाद भी पाकिस्तानी सरकार उन पर आतंकवाद के आरोपों में मुकदमा चलाने में विफल रही, जिसके बाद उन्हें पूरी तरह से दोषमुक्त कर दिया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा मानहानि का मुकदमा पाकिस्तानी सेना की उन्हें निशाना बनाने की रणनीति है. उन्होंने आगे कहा, 'वे मुझे आतंकवाद-रोधी कानून के तहत नहीं पकड़ पाए, इसलिए अब वे अदालतों में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ब्रिटेन दुनिया में मानहानि पर्यटन की राजधानी है - जैसा कि किंग्स काउंसल जेफ्री रॉबर्टसन कहते हैं.' राजा ने सीधे तौर पर जनरल मुनीर और डीजी ISI लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक पर पाकिस्तान के दमन को बढ़ावा देने और सैन्य अपराधों को छिपाने के लिए ब्रिटेन के वादी-अनुकूल मानहानि कानूनों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, जिसमें राजनीतिक इंजीनियरिंग, न्यायिक हेरफेर और नागरिक स्वतंत्रता का व्यवस्थित दमन शामिल है.
राजा ने इंडिया टुडे को बताया कि पाकिस्तान में उनके परिवार को कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा है. उन्होंने बताया कि उनकी मां को नजरबंद कर दिया गया है और उन्हें वापस लौटने से रोकने के लिए उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है. उन्होंने कहा, 'वह लगभग नज़रबंद हैं - उनके पासपोर्ट रद्द कर दिए गए हैं. मेरे पूरे परिवार की राष्ट्रीयताएं ब्लॉक कर दी गई हैं.' उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इस मामले में उनके एक गवाह शहजाद अकबर पर ब्रिटेन में तेजाब से हमला किया गया था. उन्होंने कहा, 'आईएसआई इसे दबाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही है. वे बस कोई कवरेज नहीं चाहते, क्योंकि इससे उनकी कमज़ोरियां उजागर हो जाती हैं.'
पूर्व अधिकारी राजा को उनकी गैर-मौजूदगी में कोर्ट मार्शल किया गया था और पाकिस्तान के आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत 14 साल की सज़ा सुनाई गई थी. उन्होंने कहा कि उसका एकमात्र जुर्म पाकिस्तान की राजनीतिक व्यवस्था पर सेना की पकड़ को उजागर करना था. पूर्व पाकिस्तानी अधिकारी राजा ने कहा, 'मैं सबसे बड़ा पाप कर रहा था. अपनी संस्था के अपराधों को उजागर करना - शासन परिवर्तन अभियान, सरकार पर नियंत्रण, न्यायिक हेरफेर और भ्रष्टाचार का.'
उन्होंने पाकिस्तान के लोकतांत्रिक पतन के लिए सीधे तौर पर जनरल मुनीर को मुजरिम ठहराया. उन्होंने तंज करते हुए कहा कि पाकिस्तान एक अधिनायकवादी राज्य है.अगर आप बोलने की कोशिश करेंगे तो इमरान खान की तरह जेल में पहुंच जाएंगे.' राजा ने दावा किया कि मुनीर की असली ख्वाहिश पाकिस्तान की पूर्ण सत्ता हासिल करना है. उन्होंने आरोप लगाया, 'कथित तौर पर यह योजना सेना प्रमुख असीम मुनीर द्वारा बनाई गई है - अपने बहनोई को प्रधानमंत्री, स्वयं या किसी अन्य जनरल को राष्ट्रपति बनाना - यह मुशर्रफ शैली की जवाबदेही की कोशिश है, ताकि यह दावा किया जा सके कि उन्होंने पाकिस्तान को साफ कर दिया है.'
राजा ने कहा कि जोखिमों के बावजूद, वह पाकिस्तान में लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध हैं. ब्रिटेन में पुलिस सुरक्षा में रहते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें दांव पर लगे खतरों का पूरा एहसास है. 'मैं पुलिस द्वारा संरक्षित पते पर रहता हूं. मैं छिपा हुआ हूं, आज़ादी से घूम नहीं सकता. लेकिन मुझे लड़ना होगा. मैंने जनता के सामने शपथ ली है, जनरलों के सामने नहीं.' जब राजा से पूछा गया कि अगर उन्हें कुछ हो जाए तो वे किसे ज़िम्मेदार ठहराएंगे, तो उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान; सेना प्रमुख असीम मुनीर. आईएसआई के महानिदेशक असीम मलिक. मेजर जनरल फ़ैसल नासिर. ब्रिगेडियर राशिद नासिर. ये सभी धमकियों के पीछे हैं.'
FAQs
सवाल: ISI क्या है?
जवाब: पाकिस्तानी ISI का पूरा नाम इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (Inter-Services Intelligence) है, जो पाकिस्तान की प्रमुख खुफिया एजेंसी है. ये एजेंसी पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी के लिए अहम मानी जाने वाली जानकारी को इकट्ठा करने, संसाधित करने और एनालिसिस करने का काम करती है.
सवाल: जनरल असीम मुनीर कौन हैं?
जवाब: जनरल असीम मुनीर का पूरा नाम सैयद असीम मुनीर अहमद शाह है. उनकी पैदाइश 1968 हुई है, वे एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी हैं, जो मौजूदा वक्त में 2022 से पाकिस्तानी सेना के 11वें सेनाध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. सेना प्रमुख बनने से पहले वे क्वार्टरमास्टर जनरल के रूप में जीएचक्यू में तैनात थे.