Pakistani Leaders Fight: कर्ज के पैसे से कुछ दिन तक हरा-भरा दिखने के बाद कंगाल पाकिस्तान फिर अपनी औकात पर लौट रहा है. एक तरफ पानी को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर फर्जी बहस कर रहा है तो दूसरी ओर उसके नेता अब आपस में ही भिड़ने लगे हैं. सिंधु जल संधि पर मध्यस्थता अदालत की टिप्पणी के बाद अब पाकिस्तान के दो बड़े नेता बिलावल भुट्टो और फवाद चौधरी सोशल मीडिया पर खुलकर आमने-सामने आ गए और गाली-गलौज पर उतर आए. ये बहस गालियों और इतिहास के फर्जी ज्ञान तक पहुंच गई.
बिलावल भुट्टो बनाम फवाद चौधरी
दरअसल हेग स्थित स्थायी मध्यस्थता न्यायालय ने कहा कि सिंधु जल संधि को एकतरफा तौर पर निलंबित नहीं कर किया जा सकता है. भारत पहले ही इस फैसले को नाटक बता चुका है. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए बिलावल भुट्टो ने प्रतिक्रिया दी कि सिंधु पर हमला नामंजूर है. लेकिन फवाद चौधरी ने इसे सिंध राज्य का मुद्दा बता दिया और बिलावल पर हमला बोल दिया कि वो राष्ट्रीय मसले को प्रांतीय बना रहे हैं.
मां बेनजीर का जिक्र कर दिया
फवाद ने बिलावल को सिंधु देश का सपोर्टर तक बता डाला और कहा कि बेनजीर भुट्टो ऐसा बयान कभी नहीं देतीं. क्या तुम भी जीएम सैयद के सिंधी राष्ट्रवाद से जुड़ गए हो. इस पर बिलावल भड़क गए और पलटवार करते हुए बोले यू इडियट. सिंधु दरिया ही इंडस रिवर है. इंडस वैली सिविलाइजेशन पूरे पाकिस्तान की धरोहर है. उन्होंने इतिहास भी समझाया कि कैसे सिंधु शब्द से ही इंडस शब्द बना है.
'दोनों के बीच गाली-गलौज'
लेकिन बात यहीं नहीं रुकी. फवाद ने निजी हमला करते हुए कहा कि तुम्हें सिंधु की राजनीति की कोई समझ नहीं. जब कोई नेता फर्जी वसीयत से पार्टी का चेयरमैन बनता है तो यही होता है. दोनों के बीच ये गाली-गलौज तब हो रही थी जब पाकिस्तान की सरकार भारत से बातचीत की पेशकश कर रही है. पीएम शहबाज शरीफ ने फिर मिमियाते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत से सार्थक संवाद को तैयार है.
अप्रैल में कश्मीर में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीयों की मौत के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से रोक दिया था. भारत का साफ कहना है कि हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी थे. इसके बाद भारत ने PAK आतंकियों के कैंपों को तबाह कर दिया. फिलहाल अब पाकिस्तानी नेता आपस में ही भिड़े हुए हैं.