Aamir Hamza: सैफुल्लाह के बाद पाकिस्तान में एक और खूंखार आतंकी आमिर हमजा पर फायरिंग हुई है. आमित हमजा हाफिज सईद के करीबियों में शुमार किया जाता है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक अज्ञात हमलावरों ने हमजा पर लाहौर में हमला किया है. आमिर हमजा को लेकर कहा जाता है कि यह लश्कर के सह-संस्थापकों में से एक था. फिलहाल वो जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
इससे पहले अबू सैफुल्लाह खालिद पर भी रविवार को पाकिस्तान के सिंध में अज्ञात बंदूकधारियों ने उसके घर पर हमला किया था. जिसमें उसकी मौत हो गई थी. सैफुल्लाह को रजाउल्लाह निजामानी खालिद के नाम से भी जाना जाता था, वो भी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रमुख आतंकी है. वह 2000 के दशक से नेपाल से लश्कर की गतिविधियों को चला रहा था. जहां वह भर्ती, पैसा, लॉजिस्टिक्स और भारत-नेपाल बॉर्डर पर आतंकियों की आवाजाही मैनेज करता था.
खालिद 2006 में नागपुर में RSS मुख्यालय पर हमले का मुख्य योजनाकार था, जिसमें तीनों आतंकी मारे गए थे. वह 2005 में बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) पर हुए हमले से भी जुड़ा था, जिसमें प्रोफेसर मुनीश चंद्र पूरी की मौत हुई और चार अन्य घायल हुए. उस हमले के हमलावर फरार हो गए थे. खालिद का करीबी अबू अनस इस मामले में चार्जशीटेड है, लेकिन वह अभी भी फरार है.
भारतीय एजेंसियों की तरफ से लश्कर के नेपाल मॉड्यूल का भंडा फोड़ने के बाद खालिद पाकिस्तान चला गया. वहां उसने लश्कर और जमात-उद-दावा (JuD) के टॉप नेताओं, जैसे यूसुफ मुजम्मिल (लश्कर का जम्मू-कश्मीर कमांडर), मुजम्मिल इकबाल हाशमी और मुहम्मद यूसुफ तैबी के साथ समन्वय जारी रखा. हाल के वर्षों में उसे सिंध के बदिन और हैदराबाद जिलों में लश्कर के लिए भर्ती और फंड जुटाने का काम सौंपा गया था.