Abu Qatal: लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का खतरनाक आतंकवादी अबू कताल पाकिस्तान में मारा गया. अबू कताल 2023 के राजौरी हमले और 2024 के रियासी बस हमले में वांछित था. अबू कताल को फैसल नदीम के नाम से भी जाना जाता था. उसकी देर रात अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. जम्मू-कश्मीर में कई घातक हमलों को अंजाम देने में अपनी भूमिका की वजह से कताल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और भारतीय सेना समेत भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक प्रमुख लक्ष्य था.
26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के करीबी सहयोगी ने 9 जून 2024 को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हिंदू तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए हमले में अहम भूमिका निभाई थी. उसके नेतृत्व में किए गए इस हमले में कई लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे. इसकी वजह से इलाके में सुरक्षा संबंधी नई चिंताएं पैदा हो गई थीं.
अबू कताल 2023 के राजौरी आतंकवादी हमले में भी शामिल था, जहां आतंकवादियों ने 1 जनवरी को ढांगरी गांव में नागरिकों को निशाना बनाया और अगले दिन आईईडी विस्फोट किया था. समन्वित हमलों में दो बच्चों समेत सात लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे. एनआईए की जांच में अबू कताल का नाम प्रमुख रूप से सामने आया, जिसमें पाकिस्तान में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलरों की भूमिका उजागर हुई, जो आतंकवादियों को सीमा पार भेजने और नागरिकों, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए भर्ती करते थे.
बड़े स्तर पर जांच के बाद एनआईए ने पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिनमें पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा के तीन कमांडर- अबू कताल, सैफुल्लाह उर्फ साजिद जट्ट और मोहम्मद कासिम शामिल थे. चार्जशीट में बताया गया है कि कैसे कताल ने अपने साथियों के साथ मिलकर इलाके में अस्थिरता पैदा करने के लिए हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी. मूल रूप से भारत का रहने वाला कासिम 2002 में पाकिस्तान चला गया था और बाद में लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया था.
एनआईए की जांच से पता चला है कि ये लश्कर के कार्यकर्ता जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को ट्रेंड करने, घुसपैठ करने, नागरिकों पर टार्गेट हमले करने और अशांति पैदा करने की कोशिशों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार थे. उनके ऑपरेशन पाकिस्तान मौजूद हैंडलरों के सीधे निर्देशों के तहत संचालित किए गए थे, जो दूर से हमलों का समन्वय करते थे.
(इनपुट- आईएएनएस)