India Pakistan Relation: पहलगाम आतंकी हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान की अब खैर नहीं है. भारत ने अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपनाई है. इसका मकसद यह है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC में पाकिस्तान और चीन आतंकवाद से ध्यान न भटका सकें. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष IMF से भी पाकिस्तान को दिए जा रहे कर्ज की समीक्षा की मांग की है. उधर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस नेइस हमले पर चिंता जताते हुए कहा कि पाकिस्तान को भारत के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
अमेरिका के शीर्ष नेताओं से बातचीत...
असल में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के शीर्ष नेताओं से बातचीत की. साथ ही भारत ने UNSC के सभी स्थायी और अस्थायी सदस्य देशों से संपर्क कर पाकिस्तान द्वारा चीन के साथ मिलकर विशेष बैठक बुलाने की कोशिश को नाकाम करने की कोशिश की है. साथ ही IMF और FATF से भी पाकिस्तान की गतिविधियों पर ध्यान देने को कहा गया है.
पहलगाम हमला आतंकवाद का सीधा उदाहरण..
भारत चाहता है कि पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाए क्योंकि उसने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है. भारत ने अपने रुख को लेकर UNSC के सभी अस्थायी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से संपर्क किया और उन्हें बताया कि पहलगाम हमला आतंकवाद का सीधा उदाहरण है. भारत ने UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को भी इस हमले के पीछे शामिल लोगों को सजा दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई. ग्रीस ने संकेत दिया कि भारत-पाक तनाव पर जल्द बैठक हो सकती है.
कई ठोस कदम उठाए हैं..
इन सबके बीच भारत ने पाक समर्थित इस हमले के बाद कई ठोस कदम उठाए हैं. जैसे कि पाकिस्तान के साथ व्यापार और आवाजाही पर रोक लगाना. वीजा रद्द करना और सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार करना. वहीं पाकिस्तान ने भी जवाबी कदम उठाते हुए भारत के विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और स्वतंत्र जांच की पेशकश की.