Pakistan Army Chief Asim Munir Missing News: भारत के साथ जारी तनाव के बीच पाकिस्तान में परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं. पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत कब और कैसे हमला करेगा. यह हमला होगा भी या नहीं, इसके बारे में पाकिस्तान को कुछ भी पुख्ता तौर पर पता नहीं है. लेकिन वहां पर अब भारत के पलटवार की आशंका को लेकर जबरदस्त बेचैनी फैली हुई है. इसी बीच पाकिस्तान ने अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बदलने की घोषणा की है.
ISI चीफ को मिली NSA की जिम्मेदारी
पाकिस्तान सरकार की ओर से आधी रात को घोषणा के मुताबिक, अब आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) होंगे. वे ISI चीफ के साथ-साथ इस पद की जिम्मेदारी भी निभाएंगे. इसके लिए शहबाज शरीफ सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है.
रूबियो ने शहबाज को मिलाया फोन
उधर युद्ध रुकवाने के लिए पाकिस्तान की ओर से लगातार की जा रही चीख-पुकार के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को फोन किया. इस बातचीत में रुबियो ने दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) से शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया.
कहां लापता हो गए हैं आसिम मुनीर?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ऐसी खबरें आ रही हैं कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर "देश छोड़कर भाग गए हैं. इन खबरों में कितनी सच्चाई है, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है. लेकिन पहलगाम हमले के बाद पिछले 6 दिनों से मुनीर कहीं पब्लिक प्लेस में नजर नहीं आए हैं. जिसके बाद उनके लापता होने पर सोशल मीडिया में हैशटैग और मीम्स की बाढ़ आ गई है.
सूत्रों पर आधारित रिपोर्टों में दावा किया गया है कि नई दिल्ली के कूटनीतिक हमले के बाद जनरल मुनीर 'एमआईए' (कार्रवाई में लापता) हो गए हैं. इन अपुष्ट रिपोर्टों में दावा किया गया है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख या तो अपने परिवार के साथ देश छोड़कर भाग गए हैं या रावलपिंडी में एक बंकर में छिपे हुए हैं, जबकि देश के राजनीतिक नेताओं ने भारत के खिलाफ अपनी बयानबाजी दोगुनी कर दी है.
सोशल मीडिया पर हो रहे ट्रेंड
मुनीर के ठिकाने के बारे में ऑनलाइन चर्चा तेज होने के साथ ही, माइक्रोब्लॉगिंग साइट प्लेटफॉर्म एक्स पर हैशटैग #MunirOut ट्रेंड करने लगा, जिसमें सीमा के दोनों ओर के उपयोगकर्ता पिछले कुछ दिनों में मीडिया में पाकिस्तान के सेना प्रमुख की अनुपस्थिति पर सवाल उठा रहे हैं.
सायरन लगाए जाने का लिया फैसला
उधर खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने भारत के अटैक की आशंका को देखते हुए के प्रांत के सभी जिलों में तत्काल सायरन लगाने का निर्णय लिया है. खैबर पख्तूनख्वा नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने इस संबंध में प्रशासन को एक पत्र जारी किया है. पत्र में कहा गया है कि खैबर पख्तूनख्वा के सभी जिलों में आधुनिक सायरन लगाए जाएं तथा समय पर चेतावनी के लिए शहरी क्षेत्रों, बाजारों व अन्य स्थानों पर भी सायरन लगाए जाएं.
नागरिक सुरक्षा पत्र में कहा गया है कि सायरन का उद्देश्य युद्ध के खतरों और हवाई हमलों के बारे में अग्रिम चेतावनी के रूप में जनता को सचेत करना है. सभी नागरिक सुरक्षा अधिकारियों को सायरन की कार्यशीलता और उचित स्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए.