India Pakistan War Amazing Facts: पाकिस्तान का एक ऐसा इलाका भी है, जहां हिन्दुओं की बादशाहत कायम है. हिंदू भारत के किसी शहर की तरह खुलकर मंदिरों में धार्मिक आयोजन करते हैं, लेकिन मस्जिदों पर अंकुश है. मांसाहार पर पाबंदी है.पाकिस्तान की 97 फीसदी से ज्यादा आबादी मुस्लिम है और हिन्दुओं की जनसंख्या एक फीसदी के करीब ही है. हालांकि पाकिस्तान का एक ऐसा शहर भी है, जहां हिन्दुओं की संख्या मुस्लिमों से न केवल ज्यादा है, बल्कि ताज्जुब कीबात हैं कि वहां 80 फीसदी से ज्यादा हिंदू आबादी है. यहां के मंदिरों खासकर श्री कृष्ण भगवान मंदिर की भव्यता देखकर आपको अंदाजा नहीं होगा कि ये भारत का कोई शहर नहीं है. इस शहर का नाम मीठी है.
मंदिरों में पूजा के वक्त मस्जिदों में अजान नहीं
पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची से ये मीठी शहर थारपारकर जिले में करीब 285 किलोमीटर दूर है. यहां मंदिरों में पूजा के दौरान मस्जिदों में अजान तक नहीं होती है. थार रेगिस्तान में पाकिस्तानी सीमा में यह शहर है. गौरतलब है कि आजादी के वक्त 1947 में पाकिस्तान में हिन्दुओं की जनसंख्या करीब 20 प्रतिशत थी, लेकिन अब 1 प्रतिशत से कम रह गई है.
मांसाहार पर पाबंदी
BBC रिपोर्ट के अनुसार, मीठी पाकिस्तान को वो शहर है, जहां हिंदुओं का बहुमत है. मीठी में मुसलमानों के मांसाहार पर पाबंदी तक है. यहां मांस मछली की दुकानें भी नहीं हैं.मीठी इलाके की आबादी एक लाख के करीब है.इसमें 80 हजार के करीब हिंदू हैं. यहां हिन्दुओं की धार्मिक मान्यताओं औऱ परंपराओं का पूरा ध्यान रखा जाता है.
दीपावली और होली में जश्न
मीठी शहर में दीपावली और होली जैसे त्योहारों के साथ ईद पर भी खूब जश्न मनता है. हिंदू भी मुहर्रम के जुलूस में शरीक होते हैं. रमजान में बहुत से हिन्दू रोजा भी रखते हैं.
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार
मीठी में अपराध की तादाद भी पाकिस्तान से काफी कम है, जो 100 के मुकाबले 2 फीसदी है. ये थारपारकर जिले का मुख्यालय है.हालांकि पाकिस्तान के दूसरे प्रांतों और इलाकों में हिन्दुओं की हालत किसी से छिपी नहीं है. वहां अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं. मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है. साथ ही हिन्दू लड़कियों के अपहरण और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कर मुसलमान बनाए जाने की घटनाएं सामने आती हैं. बड़ी संख्या में पाकिस्तान से हिन्दू अभी भी भारत आकर बसना चाहते हैं.