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हे भगवान! यूनिवर्सिटी ने छात्राओं से की शर्मनाक डिमांड, अब पीरियड लीव के लिए मांगा 'सबूत'

Beijing Gengdan University Viral News:  चीन की राजधानी बीजिंग की गेंगदान यूनिवर्सिटी में एक छात्रा से पीरियड लीव के लिए पैंट उतारने को कहा गया, जिससे हड़कंप मच गया। छात्रा ने वीडियो शेयर कर आपत्ति जताई. यूनिवर्सिटी ने स्टाफ का बचाव किया, लेकिन छात्रा ने सम्मानजनक नीति की मांग की और लिखित नियम दिखाने की चुनौती दी.  

हे भगवान! यूनिवर्सिटी ने छात्राओं से की शर्मनाक डिमांड, अब पीरियड लीव के लिए मांगा 'सबूत'
Shivam Tiwari|Updated: May 26, 2025, 05:52 PM IST
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Beijing Gengdan University Viral News: बीजिंग की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी गेंगदान इस समय सोशल मीडिया पर विवादों में घिर गई है. एक महिला छात्रा ने दावा किया है कि उसे पीरियड के दौरान छुट्टी लेने के लिए कैंपस क्लिनिक में अपनी पैंट उतारकर सबूत देने को कहा गया. यह मामला 15 मई को सामने आया जब छात्रा ने इस शर्मनाक घटना को सोशल मीडिया पर किया. इसके बाद यह आग की तरह फैल गया.

मामला है यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी का बताया जा रहा है जो चीन के एक बड़े सरकारी यूनिवर्सिटी से जुड़ा हुआ एक स्वतंत्र कॉलेज है. 15 मई को एक स्टूडेंट ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने अपने साथ हुए इस शर्मनाक अनुभव को शेयर की. वीडियो में छात्रा कैंपस क्लिनिक की एक महिला स्टाफ से सवाल करती दिखती है कि क्या सच में पीरियड की छुट्टी पाने के लिए पैंट उतारनी पड़गे है. छात्रा ने पूछा, “तो क्या हर महिला को अपनी पैंट उतारकर दिखानी होगी कि वह पीरियड पर है, तभी छुट्टी मिलेगी?”

पीरियड दर्द की छुट्टी के लिए करना होगा ये काम

कैंपस की महिला स्टाफ ने जवाब दिया, “हां, लगभग ऐसा ही है.यह मेरा व्यक्तिगत नियम नहीं है, बल्कि एक आधिकारिक नियम है.” जब छात्रा ने इस नियम की लिखित कॉपी मांगी, तो स्टाफ चुप हो गई लेकिन कहती रही कि बिना ऐसा दिखाए वे छुट्टी नहीं दे सकतीं. छात्रा को अस्पताल से संबंधित डॉक्यूमेंट लाने को कहा गया. हालांकि इस मामले पर यूनिवर्सिटी ने स्टाफ का बचाव किया और कहा कि उन्होंने सही प्रोटोकॉल का पालन किया. यूनिवर्सिटी के बयान में कहा गया कि “क्लिनिक स्टाफ ने छात्रा की सहमति के बाद उसके स्वास्थ्य की जांच की और कोई शारीरिक परीक्षण या उपकरण का इस्तेमाल नहीं किया.”

मीडिया से बात करते बताया कि

यूनिवर्सिटी के एक कर्मचारी शू ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यह नियम पहले से लागू है और इसका मकसद छात्रों द्वारा छुट्टियों के दुरुपयोग को रोकना है. शू के अनुसार, “कुछ छात्राएं पीरियड के दौरान कई बार छुट्टी मांगती थीं, एक छात्रा तो महीने में चार-पांच बार छुट्टी मांग चुकी थी. इसलिए स्कूल ने यह नियम बनाया.”

पीरियड छुट्टी के लिए हर महिला को उतारने होंगे पैंट

 छात्रो ने यूनिवर्सिटी की इस नीति पर सवाल उठाया और बोले कि “मैं बस एक सम्मानजनक और उचित नीति चाहती हूं कि महिलाओं को पीरियड के दौरान छुट्टी कैसे मिलनी चाहिए.” छात्रा ने साफ कहा, “अगर यूनिवर्सिटी के पास कोई लिखित नियम है जिसमें कहा गया हो कि छात्राओं को पीरियड के दौरान छुट्टी पाने के लिए महिला डॉक्टर को मासिक रक्त दिखाना होगा, तो मैं अपना वीडियो हटा दूंगी. लेकिन अगर ऐसा कोई नियम नहीं है, तो मैं पीछे नहीं हटूंगी.”

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