Ishaq Dar Pakistan: भारत लगातार कह रहा है कि पाकिस्तान के साथ तनाव के दौरान किसी तीसरे की भूमिका नहीं रही. खुद पाकिस्तान के अनुरोध पर सीजफायर हुआ है. इसी कड़ी में पाकिस्तान ने एक नया दावा किया है. पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने दावा किया है कि इस संकट को खत्म करने के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका के साथ-साथ सऊदी अरब से भी मदद मांगी थी. उन्होंने कहा कि सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने खुद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात करवाने की पेशकश की थी. इससे यह तो साफ हो गया है कि पाकिस्तान पर्दे के पीछे से संघर्षविराम की गुहार लगा रहा था.
असल में पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने एक निजी पाकिस्तानी चैनल को बताया कि भारत के जवाबी हमलों के बाद सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान ने उनसे पूछा कि क्या वे एस जयशंकर को यह संदेश दे सकते हैं कि पाकिस्तान लड़ाई खत्म करना चाहता है. डार ने स्वीकार किया कि सऊदी अरब इस पूरी स्थिति में शांतिवार्ता का चैनल बनकर सामने आया था.
ऑपरेशन सिंदूर पर भी कबूलनामा..
डार ने यह भी माना कि भारत के हमलों ने पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों को बुरी तरह ढहा दिया था. भारत ने नूर खान और शोरकोट एयरबेस जैसे अहम ठिकानों को निशाना बनाया जब पाकिस्तान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के पहले दावों के उलट डार के बयान से क्लियर है कि पाकिस्तान पूरी तरह बैकफुट पर था.
शरीफ भी मान चुके हैं...
इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ ने भी माना था कि भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से कई ठिकानों यहां तक कि रावलपिंडी एयरपोर्ट तक को निशाना बनाया. उन्होंने यह भी बताया कि 10 मई सुबह 4:30 बजे पाक का जवाबी हमला तय था लेकिन भारत ने 9-10 मई की रात ही कार्रवाई कर उन्हें चौंका दिया. यह सब दिखाता है कि पाकिस्तान के पास प्रतिक्रिया देने का समय भी नहीं बचा था.