trendingNow12867803
Hindi News >>पाकिस्तान-चीन
Advertisement

अरे साहब! शहबाज तो बस 'शरीफ' हैं, जनरल असीम की वर्दी में छिपा है असली 'खेल'

Pakistan politics: पाकिस्तान में कई प्रमुख फैसलों में अक्सर सेना का हस्तक्षेप देखा गया है. सेना प्रमुख असीम मुनीर भी कई विदेश यात्रा कर चुके हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि पाकिस्तान में असली ताकत किसके हाथों में है?   

अरे साहब! शहबाज तो बस 'शरीफ' हैं, जनरल असीम की वर्दी में छिपा है असली 'खेल'
Shruti Kaul |Updated: Aug 05, 2025, 07:51 AM IST
Share

Asim Munir: ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को कई बार चीन-अमेरिका की यात्रा करते हुए देखा गया है. हाल ही में उन्होंने चीन की एक हाई प्रोफाइल यात्रा पूरी की है. इससे साफ संदेश जाता है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख न सिर्फ सेनाध्यक्ष हैं बल्कि वे वास्तविक रूप में पाकिस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, विदेश मंत्री और आर्थिक रणनीतिकार तीनों ही हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पाकिस्तान में असली ताकत किसके पास है नेता या सेना के पास?  

पाकिस्तान की सैन्य शक्ति का उदय
आसिम मुनीर की लगातार चलती विदेश यात्राएं इस बात का साफ संकेत देती है कि पाकिस्तान में सैन्य शक्ति का प्रभाव बढ़ रहा है. मुनीर ने अपने दौरे के दौरान चीन और अमेरिका के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और क्षेत्रीय सुरक्षा से लेकर आर्थिक सहयोग तक के मुद्दों पर चर्चा की. यह दर्शाता है कि पाकिस्तान में सैन्य नेतृत्व अब विदेश नीति और कूटनीति में ज्यादा एक्टिव भूमिका निभा रहा है. 

ये भी पढ़ें- रूस-यूक्रेन जंग में भारत की एंट्री? कीव का फूटा गुस्सा, 2 बार की शिकायत  

नागरिक सरकार की भूमिका
पाकिस्तान में नागरिक सरकार अभी भी मौजूद है, लेकिन उसकी भूमिका लगातार सीमित होती जा रही है. मुल्क के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने हाल ही में अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया, लेकिन यह साफ देखा जा रहा है कि वास्तविक शक्ति सैन्य नेतृत्व के हाथों में है. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के हालिया बयानों से यह स्पष्ट होता है कि नीतिगत फैसले सैन्य प्रतिष्ठान की राय से ही लिए जाते हैं. बता दें कि पाकिस्तान इस वक्त आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, लेकिन वहां अभी भी सैन्य शक्ति का प्रभाव बरकरार है. सैन्य प्रतिष्ठान के पास विशाल आर्थिक संसाधन हैं और वह अपने बिजनेस इंटरेस्ट को बनाए रखने में सफल रहा है. इसके अलावा सैन्य बजट में वृद्धि और सामाजिक क्षेत्रों में कटौती से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान में सैन्य शक्ति का प्रभाव अभी भी मजबूत है.  

ये भी पढ़ें- Aaj Ki Taza Khabar Live: आज NDA की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले होगी मीटिंग

पाकिस्तानी सेना की ताकत
पाकिस्तान में असली ताकत का केंद्र सैन्य शक्ति है, जो अब विदेश नीति, कूटनीति और आर्थिक फैसलों में भी ज्यादा एक्टिव भूमिका निभा रही है. सरकार की भूमिका जहां सीमित होती जा रही है तो वहीं सैन्य नेतृत्व के हाथों में शक्ति बढ़ रही है. यह स्थिति पाकिस्तान के भविष्य के लिए कई सवाल खड़े करती है, खासतौर पर तब जब देश आर्थिक संकट और आतंकवाद जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है.  

F&Q 
असीम मुनीर कौन है? 
असीम मुनीर फील्ड मार्शल और पाकिस्तानी सेना के प्रमुख हैं. 

पाकिस्तान में किसका नेतृत्व बढ़ रहा है. 
पाकिस्तान में सेना का नेतृत्व अधिक बढ़ रहा है. कई बड़े फैसलों में सेना का हस्तक्षेप देखा जा रहा है. 

Read More
{}{}