Asim Munir With US President Donald Trump:
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष और चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ जनरल आसिम मुनीर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीधी मुलाकात का मौका क्या मिल गया, उनके दिमाग सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं. मुनीर ने मुलाकात के पहले भारत के खिलाफ जमकर आग उगली और अमेरिका को भी लपेटे में ले लिया.
जिहादी संगठनों पर बोले मियां मुनीर
मुनीर ने पाकिस्तान में जिहादी संगठनों के लिए भी अमेरिका को कसूरवार ठहरा दिया. जनरल ने कहा कि अफगानिस्तान में सोवियत संघ हमले के बाद जो छद्म युद्ध छेड़ा गया, उसके बाद पाकिस्तान में ये जिहादी संस्कृति आई. अमेरिका को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी.इससे पहले वाशिंगटन दौरे पर आए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी अमेरिकी नीति के कारण पाकिस्तान में आतंकवाद पनपने की बात कही थी.
1971 की हार की याद आई
आसिम मुनीर ने वाशिंगटन में मंगलवार को पाकिस्तान समुदाय के लोगों के बीच संबोधन दिया और 1971 के युद्ध की हार की कसक उनकी जुबां पर आ गई. मुनीर ने कहा कि हम भारत से अपनी हार का बदला लेकर रहेंगे. ऑपरेशन सिंदूर के चार दिनों में मिला कड़ा सबक भी मियां मुनीर याद करना नहीं भूले. उन्होंने कहा, पहलगाम हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है. भारत ने ऐसे हमलों के बाद पाकिस्तान में सैन्य कार्रवाई करने की नई रणनीति बना ली है, जो आक्रामक और उकसावे वाली कार्रवाई है. मुनीर ने यह भी कबूला कि पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर भारत के खिलाफ युद्ध लड़ा है.
साइबर अटैक का दावा भी कर डाला
मुनीर ने दावा कर डाला कि ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान ने ताबड़तोड़ साइबर अटैक किए और भारत के 70 प्रतिशत साइबर ग्रिड को हैक कर लिया.पाकिस्तान के ड्रोन दिल्ली से गुजरात तक पहुंच जाने की बात भी उन्होंने झिझकते हुए बोली. साथ ही भारतीय रेलवे के साइबर नेटवर्क को भी हैक करने का खोखला दावा कर डाला.
पाक आर्मी चीफ ने सच उगला
पाकिस्तान सेनाध्यक्ष ने माना कि भारत से युद्ध के खिलाफ चीन से उसे सैन्य हथियार मिले हैं. पाकिस्तान द्वारा युद्ध में इनका बखूबी इस्तेमाल करने पर चीन खुश हुआ है. पाकिस्तान के पास चीन के जेएफ-10 और जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान और पीएलए -15 जैसी मिसाइलें हैं.