Pakistan Crisis: एक तरफ पाकिस्तान के एयरबेस बर्बाद हो गए हैं. सबूत लगातार सामने आ रहे हैं. वहीं पाकिस्तानी एयरफोर्स की बदहाली के साथ-साथ वहां की कंगाली दुनिया के सामने है. दुनिया भर में कटोरा लेकर भटकने पर पाकिस्तान को कुछ भीख मिल जाती है हालांकि वो इसका इस्तेमाल अपनी जनता के हालात सुधारने के लिए नहीं करता बल्कि भीख में मिले पैसों का इस्तेमाल भारत के हथियार खरीदने के लिए करता है. इस बार भी पाकिस्तान ऐसा ही करने जा रहा है. पाकिस्तान अपने देश के लोगों को हथियार खिलाने की तैयारी कर रहा है.
पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए फील्ड मार्शल मुनीर को लगातार खुश करने में जुटे हैं. उन्हें लगता है मुनीर खुश रहेगा तो उनकी कुर्सी बची रहेगी. पहले तो भारत के हाथों मिली हार के बावजूद मुनीर को फील्ड मार्शल का बनाया और अब मुनीर के ही इशारे पर रक्षा बजट में 18 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है और वो भी IMF से मिले भीख के पैसों से हथियार खरीदने के लिए.
पाकिस्तान के इस कदम का असर.सीधे-सीधे पाकिस्तानियों के पेट पर पड़ने वाला है. पाकिस्तान की सेना और सरकार के दिमागी दिवालिएपन पर पाकिस्तान के लोग माथा पीट रहे हैं. पाकिस्तान अभी 21 लाख 15 हजार करोड़ रुपये के कर्ज में डूबा है. बावजूद इसके वो अपना रक्षा बजट करीब-करीब एक चौथाई बढ़ाना चाहता है ताकि सेना के हथियार भंडार फिर से भर सके.
2024-2025 में पाकिस्तान का रक्षा बजट 2 लाख 10 हजार करोड़ रुपये था.
2025-26 के लिए पाकिस्तान इसे 2 लाख 50 हजार करोड़ करने जा रहा है
रक्षा बजट बढ़ाने के लिए पैसा पाकिस्तानी खजाने में तो है नहीं तो इसके लिए पाकिस्तान IMF की आंखों में धूल झोंकने जा रहा है.
- दरअसल पिछले दिनों पाकिस्तान के कटोरे में IMF से भीख मिली थी.
- IMF से कर्ज में मिले पैसों को शहबाज मुनीर के अकाउंट में ट्रांसफर करने वाले हैं.
IMF ने पाकिस्तान को कर्ज दिया था ताकि वो अपने लोगों को ठीक ढंग से रोटी खिला सके. लोगों को शिक्षा और बेरोजगारी दूर कर सके. लेकिन कठपुतली शहबाज उन पैसों से अपनी जनता को हथियार खिलाने का प्लान बना रहे हैं. पाकिस्तान भारत से मुकाबले के लिए अपने हथियार भंडार किसी भी कीमत पर भरना चाहता है. चाहे उसके लिए आवाम का पेट क्यों न काटना पड़ेय. शहबाज सरकार ने कर्ज लेने के लिए IMF की हर शर्त को मान लिया है. वो शर्तें ऐसी हैं- जिनका सीधा असर पाकिस्तान की आवाम पर पड़ेगा.
पाकिस्तान को भीख देने की शर्तें
- पाकिस्तान सरकार को 2026 का बजट IMF के साथ हुए समझौते के मुताबिक पास कराना होगा.
- पाकिस्तान सरकार टैक्स में कोई छूट नहीं दे सकती.
- बिजली की कीमतों को हर साल बढ़ाना होगा.
- साल में 2 बार गैस की कीमतें बढ़ानी ही होंगी.
- बिजली पर लगने वाला टैक्स हमेशा के लिए लागू हो जाएगा.
पाकिस्तान के 2 करोड़ लोगों के पास खाने का अनाज नहीं है. IMF की शर्तें भी उन पाकिस्तानियों पर पहले से भारी पड़ रही हैं. अब हथियार की सनक में उन्हें गरीबी के रसातल में पहुंचाने का प्लान है. एक दिन पहले ही मुनीर और शहबाज का एक वीडियो आया था. जिसमें मुनीर,शहबाज शरीफ को एक खतरनाक असॉल्ट राइफल दिखा रहे थे. हो सकता है मुनीर शहबाज से यही कर रहे होगा कि ऐसे ही हथियार खरीदने के लिए पैसे दो. भले ही 25 करोड़ पाकिस्तानी आधा पेट खाए या भूखे मर जाए.