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Pakistan: नवाज शरीफ का फिर से PML-N अध्यक्ष चुना जाना लगभग 'तय', 6 साल पहले इस वजह से गंवाना पड़ा था पद

Nawaz Sharif: पार्टी की जनरल कौंसिल की बैठक में ब्रिटेन में चार साल के निर्वासन के बाद पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौटे 74 वर्षीय नवाज के निर्विरोध चुने जाने की संभावना है.

Pakistan: नवाज शरीफ का फिर से PML-N अध्यक्ष चुना जाना लगभग 'तय', 6 साल पहले इस वजह से गंवाना पड़ा था पद
Manish Kumar.1|Updated: May 28, 2024, 02:48 PM IST
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Pakistan Politics: पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ मंगलवार को फिर से सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) दल का अध्यक्ष चुना जाना तय है. पनामा पेपर मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद छह साल पहले उन्हें यह पद गंवाना पड़ा था.

डॉन अखबार की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि एक स्थानीय होटल में जनरल कौंसिल की बैठक होने वाली है. ब्रिटेन में चार साल के निर्वासन के बाद पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौटे 74 वर्षीय नवाज के निर्विरोध चुने जाने की संभावना है. हालांकि पार्टी के 11 सदस्यों ने इस शीर्ष पद के लिए नामांकन पत्र प्राप्त किया है.

पहले 11 मई को बुलाई गई थी मीटिंग
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएमएल-एन ने पहले 11 मई को जनरल कौंसिल की बैठक बुलाने की घोषणा की थी, लेकिन पाकिस्तान के परमाणु शक्ति बनने के 26 साल पूरे होने के जश्न के मौके पर इसे स्थगित कर दिया गया.

पीएमएल-एन पंजाब के अध्यक्ष राणा सनाउल्लाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संकेत दिया कि शरीफ बिना किसी विरोध के चुने जाएंगे. एक सवाल के जवाब में सनाउल्लाह ने कहा कि अगर पार्टी का कोई सदस्य उनके खिलाफ चुनाव लड़ना चाहता है तो उसे आगे आना चाहिए.

इस वजह से छोड़ना पड़ा था पद
नवाज शरीफ को 2018 में पार्टी अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था, जब तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश मियां साकिब निसार की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने फैसला सुनाया था कि संविधान के अनुच्छेद 62 और 63 के तहत अयोग्य व्यक्ति किसी राजनीतिक दल के प्रमुख के रूप में काम नहीं कर सकता है. इस फैसले से कुछ महीने पहले ही पनामा पेपर्स से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आजीवन अयोग्य करार दिया था.

नवाज के दोबारा सत्ता संभालने का संकेत पिछले महीने दिया गया था जब पीएमएल-एन पंजाब चैप्टर के सदस्यों ने एक प्रस्ताव पारित कर उनसे पार्टी का नेतृत्व करने का आग्रह किया था क्योंकि पिछले साल अक्टूबर में लंदन से आने के बाद उन्हें भ्रष्टाचार के सभी मामलों से बरी कर दिया गया था.

 

(इनपुट - एजेंसी)

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